राहुल गांधी ने जब मछुआरों के साथ समुद्र में लगाई डुबकी, इस अंदाज में तैरते आए नजर, देखिए वीडियो
By विनीत कुमार | Published: February 25, 2021 08:13 AM2021-02-25T08:13:30+5:302021-02-25T08:18:48+5:30
केरल गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को मछुआरों से मिले और उनकी समस्याओं पर बात की। इस दौरान राहुल गांधी इन मछुआरों के साथ समुद्र में भी गए।
केरल के दौरे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को एक अलग अंदाज में नजर आए। उन्होंने कोल्लम में मछुआरों से मुलाकात की और फिर उनके साथ समुद्र में मछली पकड़ने भी गए। इस दौरान राहुल ने समुद्र में मछुआरों के साथ डुबकी भी लगाई। तट पर पहुंचने से पहले राहुल ने करीब 10 मिनट तक समुद्र में तैराकी की।
नीली टी-शर्ट और खाकी पैंट पहने कांग्रेस नेता राहुल दरअसल जब बीच समुद्र में पहुंचे तो उन्होंने मछुआरों को देखते हुए खुद भी छलांग लगा दी। मछुआरे जाल फेंकने के बाद उसे ठीक से फैलाने के लिए समुद्र में कूद रहे थे। राहुल जब समुद्र में कूदे तो नौका पर उनके सुरक्षा अधिकारी भी मौजूद थे।
#WATCH| Kerala: Congress leader Rahul Gandhi took a dip in the sea with fishermen in Kollam (24.02.2021)
— ANI (@ANI) February 25, 2021
(Source: Congress office) pic.twitter.com/OovjQ4MSSM
इससे पहले मछुआरों को 'भाई' कहकर संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि वह उनके दैनिक जीवन को समझना चाहते थे। कांग्रेस नेता ने कहा कि वह मछुआरों के जीवन को आसान बनाने के लिए काम करना चाहते हैं।
गांधी ने उनसे बात करते हुए कहा, 'मैं आपके काम को समझता हूं और उसका आदर करता हूं। मैं आपके काम की प्रशंसा करता हूं। कई बार ऐसा होता है कि हम मछली खाते हैं, लेकिन इसके पीछे की कठिन मेहनत को हम समझ नहीं पाते हैं और न ही यह समझ पाते हैं कि यह हमारी प्लेट तक कैसे पहुंची।'
कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल और सांसद टी. एन. प्रतापन भी इस दौरान राहुल गांधी के साथ थे। प्रतापन राष्ट्रीय मछुआरा कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं।
राहुल गांधी एक घंटे तक समुद्र में रहे
राहुल गांधी मछुआरों के साथ उनकी नाव में बैठकर समुद्र में करीब एक घंटे तक रहे। उन्होंने अपनी यात्रा बुधवार सुबह लगभग साढ़े चार बजे वाड़ी तट से शुरू की और करीब एक घंटे तक समुद्र में रहे।
राहुल गांधी ने कहा, 'नाव से उतरने से पहले मैंने मछुआरों से पूछा कि उनके बच्चे क्या करते हैं? उन्होंने बताया कि वे मछुआरे नहीं बनना चाहते हैं क्योंकि यह काफी मुश्किल और खतरों भरा काम है।'
साथ ही राहुल ने एक बार फिर मछली पालन मंत्रालय बनाने की बात दोहराई और कहा कि वह केंद्र सरकार में मत्स्य संबंधी अलग मंत्रालय बनाने के लिए संघर्ष करेंगे, ताकि मछुआरा समुदाय को इन परेशानियों से मुक्ति मिले और उनके हितों की रक्षा हो।
(भाषा इनपुट)