पुडुचेरीः वी नारायणसामी के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार संकट में, 4 विधायकों ने दिया इस्तीफा
By सतीश कुमार सिंह | Published: February 16, 2021 03:44 PM2021-02-16T15:44:01+5:302021-02-16T19:42:33+5:30
मुख्यमंत्री वी नारायणसामी के करीबी माने जाने वाले ए जॉन कुमार के इस्तीफे को विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के लिए एक और झटका माना जा रहा है।
पुडुचेरीः केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी मेंकांग्रेस सरकार संकट में है। एक के बाद एक 4 विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है।
विधायक ए जॉन कुमार ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। चार कांग्रेस विधायकों ने सीएम नारायणसामी की अगुवाई में पुडुचेरी सरकार से इस्तीफा दे दिया है। 15 फरवरी को विधायक मल्लादी कृष्णा राव ने अपना इस्तीफा सौंप दिया था। चार विधायकों के इस्तीफे के बाद पुडुचेरी सरकार बड़े संकट में है।
कुमार वर्ष 2019 में हुए उपचुनाव में कामराज नगर सीट से निर्वाचित हुए थे
कुमार वर्ष 2019 में हुए उपचुनाव में कामराज नगर सीट से निर्वाचित हुए थे और बुधवार को विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार की शुरुआत करने आ रहे राहुल गांधी के दौरे से पहले विधानसभा से इस्तीफा देने वाले वह चौथे कांग्रेसी विधायक हैं। कुमार का इस्तीफा पार्टी के वरिष्ठ विधायक मल्लाडी कृष्णा राव के इस्तीफे के बाद आया है जिन्होंने पहले स्वास्थ्य मंत्री का पद छोड़ दिया था और सोमवार को विधानसभा से भी इस्तीफा दे दिया था।
समाज कल्याण मंत्री कंधासामी ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें कहा गया है कि पिछले पांच सालों से, पीएम मोदी और एलजी किरण बेदी ने पुडुचेरी में कांग्रेस-डीएमके सरकार के लिए कई बाधाएं खड़ी की हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि चुनाव की तारीखों की घोषणा अगले दो सप्ताह के भीतर होने की उम्मीद है, इसलिए सीएम नारायणसामी ने सरकार को भंग करने और चुनाव का सामना करने के बारे में फैसला करने के लिए कैबिनेट बैठक बुलाई है।
पुडुचेरी में विधानसभा सदस्यों की संख्या 30 है
पुडुचेरी में विधानसभा सदस्यों की संख्या 30 है। इस्तीफे के साथ ही सदन में कांग्रेस सदस्यों की संख्या 10 हो गई है एवं विधानसभा में सत्ता एवं विपक्ष के 10-14 सदस्य हो गए हैं। जबकि तीन सीटें नामांकित सदस्यों के लिए है।
उल्लेखनीय है कि गत महीनों में दो मंत्री ए नमास्सिवयम और मल्लाडी कृष्ण राव एवं कांग्रेस सदस्य ई थीप्पैनजान ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है जबकि पिछले साल जुलाई में एन धानवेलु को पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से अयोग्य करार दिया गया था। वी नारायाणसामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्रमुक के तीन सदस्यों एवं माहे से एकमात्र विधायक एन रामचंद्रन के समर्थन पर निर्भर है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जॉन कुमार सबसे पहले विधानसभा अध्यक्ष के आवास पर गए और अपना इस्तीफा सौंपा लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा परिसर स्थित कार्यालय आकर अपना इस्तीफा देने को कहा। उन्होंने बताया कि इसके बाद कुमार विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय गए और अपना इस्तीफा सौंपा।