प्रियंका चतुर्वेदी ने इस वजह से छोड़ी कांग्रेस, शिवसेना में शामिल होकर कही ये बातें
By ज्ञानेश चौहान | Published: April 19, 2019 06:35 PM2019-04-19T18:35:37+5:302019-04-19T18:35:37+5:30
कांग्रेस छोड़ने से पहले प्रियंका ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लिखे पत्र में पार्टी में मिली जिम्मेदारियों के लिए शुक्रिया अदा करने के साथ यह भी लिखा कि पिछले कुछ वक्त से उनके काम की पार्टी को कद्र नहीं रही।
सोशल मीडिया पर एक्टिव कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka Chaturvedi) ने गुरुवार रात कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को भेजा गया इस्तीफा ट्विटर पर शेयर किया। इसके लगभग 13 घंटे बाद ही प्रियंका ने उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में प्रेस कांफ्रेंस करके शिवसेना (Shiv Sena) ज्वाइन करने की घोषणा कर दी। शिवसेना में शामिल होने के बाद प्रियंका ने कहा कि मैं मुंबई के लिए काम करना चाहती हूं यही कारण है कि इस दल में शामिल हुई हूं।
राहुल गांधी को पत्र में लिखी ये बातें
कांग्रेस (Congress) छोड़ने से पहले प्रियंका ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को एक पत्र लिखा। इस पत्र में पार्टी में मिली जिम्मेदारियों के लिए शुक्रिया अदा किया। साथ ही यह भी लिखा कि कि पिछले कुछ वक्त से उनके काम की पार्टी को कद्र नहीं रही। प्रियंका ने अपना दर्द बयां करते हुए लिखा- मैं बहुत भरे दिल के साथ आज पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे रही हूं। पिछले 10 सालों में पार्टी की तरफ से मुझे कई जिम्मेदारियां मिलीं और निजी स्तर पर मैंने बहुत कुछ सीखा। कुछ समय से ऐसा लग रहा था कि पार्टी में मेरे काम की अब कोई कद्र नहीं रही है। मुझे ऐसा लगने लगा कि संगठन के लिए मैं जितना वक्त और बिताऊंगी वह मेरे सम्मान और गरिमा से समझौता होगा।
कुछ दिनों पहले प्रियंका ने ट्विटर के जरिए पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा बदसलूकी से निराशा जाहिर की थी। प्रियंका ने ट्विटर पर लिखा था कि कांग्रेस में अपना खून-पसीना देने वालों की जगह गुंडों को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी लिखा कि मेरे साथ गलत बर्ताव करने वालों को बिना किसी कार्रवाई के छोड़ा जा रहा है।
ऐसे हुई मामले की शुरुआत
इस मामले की शुरुआत की अगर हम बात करें तो यह मामला मथुरा से शुरू हुआ था, जहां राफेल मुद्दे पर प्रियंका चतुर्वेदी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। मथुरा में प्रियंका के साथ कांग्रेस पार्टी के ही कुछ स्थानीय कार्यकर्ताओं ने दुर्व्यवहार किया था। प्रियंका ने पार्टी में इसकी शिकायत की, जिसके बाद बुरा बर्ताव करने वालों को पार्टी से निकाल दिया था। लेकिन कुछ समय पहले उन्हें फिर से पार्टी में वापस लेने की घोषणा की गई। इस घोषणा के बाद से ही प्रियंका ने विरोध शुरू कर दिया और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इस्तीफा सौंपकर पार्टी छोड़ दी।
प्रियंका चतुर्वेदी के बारे में...
19 नवंबर 1979 को मुंबई में जन्मी प्रियंका चतुर्वेदी के परिवार का ताल्लुक उत्तर प्रदेश से है। प्रियंका की शुरुआती पढ़ाई मुंबई में जुहू के सेंट जोसफ हाई स्कूल से हुई। उन्होंने मुंबई के नरसी मोंजी कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया। एक बढ़िया पाठक होने के साथ ही प्रियंका एक बेहतरीन ब्लॉग भी चलाती हैं। उनका ब्लॉग किताबों पर रिव्यू लिखने वाले भारत के टॉप टेन ब्लॉग में से एक है।
प्रियंका ने अपने करियर की शुरुआत मीडिया पीआर और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी एमपॉवर कंसल्टेंट्स से बतौर डायरेक्टर की थी। वह प्रयास चैरिटेबल ट्रस्ट की ट्रस्टी हैं, जो दो स्कूल चलाता है और यहां 200 से ज्यादा गरीब बच्चों को पढ़ाया जाता है।
प्रियंका का राजनीतिक सफर
प्रियंका के राजनीतिक जीवन की अगर हम बात करें तो उन्होंने साल 2010 में कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की। 2012 में उन्हें नॉर्थ-वेस्ट मुंबई के इंडियन यूथ कांग्रेस का जनरल सेक्रेटरी बनाया गया। प्रियंका चतुर्वेदी सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं। वह ट्विटर पर कांग्रेस की नीतियों का बचाव करने के लिए जानी जाती हैं। यही वजह है कि कांग्रेस पार्टी ने 2013 में उन्हें अपना राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया। प्रवक्ता के तौर पर प्रियंका अक्सर ही बड़े-बड़े टीवी चैनलों की डिबेट में कांग्रेस की तरफ से बोलती देखी गई हैं। प्रियंका 2016 में टॉप 10 भारतीय महिला राजनेताओं की लिस्ट में भी शुमार थीं। प्रियंका चतुर्वेदी भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी की कड़ी आलोचक हैं।