NRC विरोधः एनडीए में खटपट, जदयू, लोजपा के बाद अकाली दल नाराज, अल्पसंख्यक पर चिंता
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 27, 2019 20:30 IST2019-12-27T20:30:49+5:302019-12-27T20:30:49+5:30
अकाली दल के नेता और राज्यसभा सदस्य नरेश गुजराल ने राजग दलों के बीच तालमेल में सुधार की भी अपील की, "जैसा अटल बिहार वाजपेयी सरकार में हुआ करता था।"

अकाली दल (शिअद) चाहता है कि मुसलमानों को संशोधित नागरिकता अधिनियम में शामिल किया जाए।
भाजपा के सहयोगी शिरोमणि अकाली दल ने देशभर में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनआरसी) शुरू किए जाने का विरोध करते हुए दावा किया कि इस प्रस्तावित कवायद से मुसलमानों के बीच असुरक्षा पैदा हुई है। अकाली दल के नेता और राज्यसभा सदस्य नरेश गुजराल ने राजग दलों के बीच तालमेल में सुधार की भी अपील की, "जैसा अटल बिहार वाजपेयी सरकार में हुआ करता था।"
गुजराल ने कहा, "हम सिखों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो अल्पसंख्यक हैं, लिहाजा हम (अन्य) अल्पसंख्यकों की भावनाओं और चिंताओं के प्रति भी अधिक संवेदनशील हैं। हम नहीं चाहते कि मुसलमान असुरक्षित महसूस करें। हम नहीं चाहते कि कोई भी अल्पसंख्यक किसी भी तरह से असुरक्षित महसूस करे जिस प्रकार 1984 के बाद सिखों को असुरक्षित महसूस होने लगा था।"
गुजराल ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) चाहता है कि मुसलमानों को संशोधित नागरिकता अधिनियम में शामिल किया जाए और पार्टी ने संसद में विधेयक पर चर्चा के दौरान भी यही बात कही थी। अकाली दल और भाजपा के बीच उभरते मतभेदों और खासकर शिवसेना के राजग छोड़ने पर गुजराल ने कहा, "हम भाजपा के सबसे पुराने सहयोगी हैं। हम राजग का हिस्सा हैं और हमेशा रहेंगे।
उन्होंने कहा, "हमारे बीच कोई भी मुद्दा आंतरिक है और उसे राजग के भीतर ही सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने गठबंधन साझेदारों के बीच बेहतर तालमेल की अपील की, जैसा तालमेल अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के कार्यकाल में हुआ करता था।