विधानसभा में मिली करारी हार के बाद त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने सौंपा इस्तीफा
By भारती द्विवेदी | Published: March 4, 2018 02:50 PM2018-03-04T14:50:36+5:302018-03-04T16:45:13+5:30
धानपुर सीट से 1998 में माणिक सरकार ने पहली बार चुनाव जीता था। तब से ही वो राज्य के मुख्यमंत्री थे।
नई दिल्ली, 4 मार्च: पिछले दो दशकों से भी ज्यादा समय से त्रिपुरा के सत्ता में रहे माणिक सरकार अब जा चुकी है। भाजपा बेहतर प्रदर्शन करते हुए त्रिपुरा में पहली बार सरकार बनाने जा रही है। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने राज्यपाल तथागत रॉय को अपना इस्तीफा सौंपा दिया है। जब तक नई सरकार का गठन नहीं होता है, तब तक माणिक सरकार त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बन रहेंगे।
#ManikSarkar submitted his resignation as Tripura CM to Governor Tathagata Roy. Sarkar will continue as the CM until the new govt is sworn in. pic.twitter.com/NkQc8oUQ2Z
— ANI (@ANI) March 4, 2018
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने धानपुर सीट से लगातार पांचवीं बार चुनाव जीता है। पहले नतीजे के हिसाब से वो हरा चुके थे लेकिन माणिक सरकार ने धांधली का आरोप लगाता हुए रिकाउंटिंग कराने की मांग की। जिसके बाद नतीजे बदले और माणिक सरकार पांच हजार वोटों से जीतें।
बता दें कि इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए 35 सीटें जीती हैं। वहीं पिछले चुनाव में 50 सीट हासिल करने वाली लेफ्ट पार्टी बुरा प्रदर्शन करते हुए मात्र 16 सीट जीतीं हैं। भाजपा ने त्रिपुरा में चुनाव जीतने के लिए आईपीएफटी के साथ मिलकर गठबंधन किया था। आईपीएफटी ने नौ सीटों पर विजय हासिल की है।