Maharashtra ki khabar: एनसीपी और कांग्रेस ने कहा- महाराष्ट्र सरकार स्थिर, भाजपा पर निशाना, पवार बोले-गठबंधन में दरार नहीं
By भाषा | Published: May 26, 2020 04:57 PM2020-05-26T16:57:20+5:302020-05-26T16:57:20+5:30
महाराष्ट्र में फिर से राजनीति करवट ले रही है। शरद पवार राज्यपाल से मिलने राजभवन गए थे। इस बीच भाजपा सांसद नारायण राणे ने कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की जरूरत है। महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार में हलचल मची हुई है।
मुंबईः भाजपा पर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की अफवाह फैलाने को लेकर निशाना साधते हुए राज्य के मंत्री और राकांपा नेता नवाब मलिक ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार मजबूत और स्थिर है और अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
मलिक ने भरोसा जताया कि संख्या बल (विधायकों की) महाराष्ट्र विकास आघाड़ी (एमवीए) के पक्ष में है और तीनों दल - शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस एकजुट हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता मलिक ने एक चैनल को बताया, “सरकार मजबूत एवं स्थिर है। संख्या बल एमवीए के पक्ष में है। तीनों दल एकजुट हैं।” उन्होंने कहा, “लेकिन भाजपा के लोग पिछले कुछ दिनों से अफवाह फैला रहे हैं कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगेगा और यह सरकार गिरेगी।”
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार कोविड-19 से लड़ने में केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन कर रही है। मलिक ने दावा किया कि देश में सबसे ज्यादा लोगों की जांच महाराष्ट्र में हुई है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार अच्छा प्रदर्शन कर रही है....भाजपा अफवाह फैला रही है...हमारी सरकार मजबूत है।”
भाजपा के राज्यसभा सदस्य नारायण राणे ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से सोमवार को मुलाकात की और वैश्विक महामारी से निपटने में शिवसेना नीत राज्य सरकार की ‘‘विफलता” के मद्देनजर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। राणे ने संवाददाताओं से कहा कि एमवीए सरकार ने इस अभूतपूर्व संकट के वक्त प्रशासनिक मामलों को बिगाड़ दिया है। भाषा नेहा नरेश नरेश
भाजपा महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही : कांग्रेस
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बालासाहब थोराट ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश भाजपा के नेता सत्तारूढ़ गठबंधन को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन चिंता करने की कोई बात नहीं है। कांग्रेस राज्य में शिवसेना की अगुवाई वाली महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार की एक घटक है।
शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) भी इस सरकार का हिस्सा है। थोराट ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रदेश में भाजपा नेता सत्ता के लालची हैं। वे वर्तमान स्थिति में सरकार की मदद करने की नहीं सोच सकते बल्कि वे सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं।’’ राजस्व विभाग का प्रभार संभाल रहे थोराट ने कहा कि सरकार के स्थायित्व को लेकर कोई चिंता नहीं है क्योंकि सत्तारूढ़ गठबंधन स्थिर है और सही तरीके से काम कर रहा है। जब उनसे पूछा गया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे या राकांपा प्रमुख शरद पवार के आसपास कोई कांग्रेस नेता क्यों नजर नहीं आता है तब उन्होंने कहा, ‘‘ हम फोन पर एक दूसरे के संपर्क में हैं। नजर आने या नजर नहीं आने में कुछ अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए।’’
दिलचस्प यह है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में कहा है कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र सरकार में अहम निर्णयों में शामिल नहीं है। गांधी ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हम महाराष्ट्र सरकार का समर्थन जरूर कर रहे हैं लेकिन महाराष्ट्र में अहम निर्णय लेने में हम शामिल नहीं हैं।’’
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को केंद्र से पूरे सहयोग की जरूरत है क्योंकि राज्य एक मुश्किल संघर्ष से जूझ रहा है। महाराष्ट्र में तब राजनीतिक पारा गरमा गया जब पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की अगुवाई में भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल बी एस कोश्यारी से मुलाकात की और कोविड-19 संकट से निपटने में सरकार के ‘विफल’ रहने की शिकायत की।
शिवसेना ने किसी भी पार्टी या नेता का नाम लिये बगैर कहा कि राज्य सरकार को अस्थिर करने की विपक्ष की कोशिश उसी पर भारी पड़ सकती है जबकि राकांपा ने भाजपा पर यह अफवाह फैलाने का आरोप लगाया कि राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है। राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग सोमवार को भाजपा सांसद नारायण राणे ने राजभवन में राज्यपाल से मिलने के बाद की थी।