महाराष्ट्र विधान परिषद चुनावः एकनाथ खड़से पर भाजपा में कलह, चंद्रकांत पाटिल बोले- सलाहकार की भूमिका निभाएं
By भाषा | Published: May 13, 2020 08:06 PM2020-05-13T20:06:28+5:302020-05-13T20:06:28+5:30
महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव को लेकर भाजपा में आंतरिक कलह तेज हो गई है। राज्य भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने नाराज वरिष्ठ नेता एकनाथ खड़से पर कई आरोप लगाए हैं। खड़से ने भी पाटिल और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस पर हमले जारी रखा।
मुंबईः महाराष्ट्र भाजपा में आंतरिक कलह बुधवार को खुलकर सामने आ गया, जब राज्य इकाई के प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने नाराज वरिष्ठ नेता एकनाथ खड़से से सलाहकार की भूमिका निभाने के लिए कहा, जिसके बाद खड़से ने पार्टी के विस्तार में पाटिल के योगदान पर सवाल उठाया।
एक मराठी चैनल से बात करते हुए, पाटिल ने खड़से पर निशाना साधना शुरू किया, जिसके एक दिन पहले उन्होंने भाजपा के अपने सहयोगियों पर राज्य में विधान परिषद के नौ सीटों के लिए 21 मई को होने वाले चुनाव में उनका नामांकन बाधित करने का आरोप लगाया था।
पाटिल ने सीधा निशाना साधते हुए कहा, ‘‘एकनाथ खड़से महाराष्ट्र भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं। वह पार्टी के मौजूदा नेतृत्व के सलाहकार के रूप में काम कर सकते हैं।’’ पाटिल ने खड़से के उन आरोपों को खारिज कर दिया कि पार्टी ने उन्हें नजरअंदाज किया है और पार्टी के विकास के लिए उनकी सेवाओं को सम्मान नहीं दिया गया।
पाटिल ने पूछा, ‘‘जब खड़से ने लोकसभा और एमएलसी सीटों पर अपनी बहू और बेटे के नामांकन के लिए कुछ भाजपा नेताओं को टिकट देने से इनकार कर दिया था, तो उन्होंने उन लोगों को क्या बताया जो अवसर से वंचित रह गए थे?’’ पाटिल ने कहा कि खड़से पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस पर क्यों आरोप लगाए।
पाटिल ने कहा, ‘‘खड़से फड़नवीस पर आरोप क्यों लगा रहे हैं? उन्हें समझना चाहिए कि नेतृत्व का मतलब केवल एमएलसी या विधायक या मंत्री बनना नहीं है।’’ गौरतलब है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे महाराष्ट्र विधान परिषद के लिए 21 मई को होने वाले चुनाव में पार्टी द्वारा उनके नामांकन पर विचार नहीं किए जाने से नाराज हैं।
उन्होंने मंगलवार को इसे कुछ नेताओं की साजिश करार दिया और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल पर निशाना साधा। उल्लेखनीय है कि भाजपा खडसे से 2016 से ही दूरी बनाकर रख रही है तब उन्हें भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से तत्कालीन देवेंद्र फड़नवीस सरकार से इस्तीफा देना पड़ा था।
इस बीच, पाटिल के आरोपों का जवाब देते हुए, खड़से ने महाराष्ट्र में पार्टी के आधार का विस्तार करने में उनके योगदान पर सवाल उठाया। खड़से ने कहा, ‘‘मैंने विधानसभा चुनाव लड़ना तब शुरू किया जब कोई भी राज्य में भाजपा का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार नहीं था। हर कोई भाजपा का उपहास उड़ाता था। पार्टी को तब सेठजी (व्यापारी समुदाय) और भट्टजी (ब्राह्मण) की पार्टी बुलाया जाता था। मेरे जैसे नेता इसे जन-जन तक पहुंचाया। हमने राज्य भर में ओबीसी के बीच पार्टी का आधार बढ़ाया।’’
राष्ट्रीय स्तर पर आएगा राजनीतिक भूचाल: महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने बुधवार को दावा किया कि कोविड-19 स्थिति सामान्य होने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर एक ‘‘राजनीतिक भूचाल’’ आएगा। पाटिल ने महाराष्ट्र में भी ऐसे ही ‘‘राजनीति भूचाल’’ की भविष्यवाणी करते हुए दावा किया कि कांग्रेस नेतृत्व को अपना कुनबा एकजुट रखने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि कई नेता पाला बदलकर भाजपा में जाएंगे।
पाटिल ने एक मराठी समाचार चैनल से कहा, ‘‘मैंने सुना है कि कांग्रेस के प्रदेश स्तर के एक नेता (वरिष्ठ भाजपा नेता) एकनाथ खड़से को फुसलाने का प्रयास कर रहे थे। उन्हें पता होना चाहिए कि खडसे कई वर्षों तक पार्टी के एक तेजतरार्र नेता रहे हैं। महाराष्ट्र सहित राष्ट्रीय स्तर पर एक राजनीति भूचाल आएगा क्योंकि कोविड-19 संकट के बाद कांग्रेस के कई नेता भाजपा में शामिल होंगे।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा कोरोना वायरस खतरे के कम होने का इंतजार कर रही है।
पाटिल ने दावा किया, ‘‘उसके बाद कांग्रेस नेता (जो खडसे को फुसलाने का प्रयास कर रहे थे) स्वयं राजनीतिक भूचाल देखेंगे। प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व को अपना कुनबा एकजुट रखने का प्रयास करना चाहिए। हम हमारे विपक्ष को एक बड़ा झटका देंगे। भाजपा आने वाले महीनों में और मजबूत होकर उभरेगी।’’ खड़से और भाजपा नेतृत्व के बीच वाकयुद्ध बुधवार को और तेज हो गया जब पाटिल ने नाराज नेता द्वारा किये गए दावों पर पलटवार किया।