मध्यप्रदेश के लापता विधायक का वीडियो आया सामने, कमलनाथ सरकार और भाजपा के लिए कही यह बात, बेंगलुरु में रोका गया
By गुणातीत ओझा | Published: March 7, 2020 10:14 AM2020-03-07T10:14:28+5:302020-03-07T10:14:53+5:30
मध्यप्रदेश में सियासी संकट के बीच चार लापता विधायकों में से एक सुरेंद्र सिंह का वीडियो सामने आया है। वीडियो बेंगलुरु के एयरपोर्ट पर बनाया गया है।
भोपालः मध्य प्रदेश के चार लापता विधायकों में से एक निर्दलीय विधायक का वीडियो सामने आया है। बेंगलुरु के एयरपोर्ट से बनाए गए इस वीडियो में कांग्रेस सरकार का समर्थन करने वाले बुरहानपुर के निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह (शेरा भैया) ने कहा कि वह अभी भी कमलनाथ सरकार के साथ हैं। सुरेन्द्र सिंह, कांग्रेस विधायक बिसाहू लाल साहू, रघुराज कनसाना और एचएस डंग को कथित तौर पर मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए भाजपा नेताओं द्वारा बेंगलुरु ले जाया गया है। विधायकों के लापता होने के बाद कमलनाथ ने सभी कांग्रेस सदस्यों को ताकत दिखाने के लिए भोपाल बुलाया है।
पहले दिन से मैं कमलनाथ के साथः सुरेंद्र सिंह
बेंगलुरु हवाई अड्डे के बाहर एक वीडियो में, सुरेंद्र सिंह ने कहा, "पहले दिन से, मैं कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार का समर्थन कर रहा हूं और अभी भी इसका समर्थन कर रहा हूं। हम सभी कांग्रेस और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ हैं।" उन्होंने कहा, ''भतीजी के घर से शुक्रवार को मध्य प्रदेश के लिए फ्लाइट पकड़ने निकला था, लेकिन कुछ लोगों ने मुझे दो बार हवाई अड्डे पर जाने से रोक दिया, जिसकी वजह से मैं फ्लाइट से चूक गया। मैं दूसरी फ्लाइट से मध्यप्रदेश लौटूंगा। मैं शनिवार को भोपाल में साहब (कमलनाथ) से मिलूंगा और उन्हें बताऊंगा कि मैं अब भी कांग्रेस सरकार का समर्थन कर रहा हूं। "
कांग्रेस ने सुरेंद्र सिंह को नहीं दिया था टिकट
सुरेंद्र सिंह ने बुरहानपुर सीट से 2018 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। कांग्रेस से टिकट न मिलने पर वह निर्दलीय चुनाव लड़े और तत्कालीन मध्यप्रदेश की मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अर्चना चिटनीस को हराया था।
दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर लगाया अपहरण का आरोप
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को कहा कि विधायकों को लुभाने के लिए भाजपा के प्रयासों के बावजूद उनकी पार्टी की सरकार पूरी तरह से सुरक्षित है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "यह ऑपरेशन मनीबैग है, न कि भाजपा का ऑपरेशन लोटस। हमारी सरकार सुरक्षित है और हम पांच साल तक सरकार चलाएंगे। वे कहते थे कि (भाजपा) तीन महीने भी नहीं चलेगी।" उन्होंने भाजपा पर कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के विधायकों के "अपहरण" का आरोप लगाया है।
कमलनाथ के पास 120 विधायक
बता दें कि कमलनाथ सरकार के पास 120 विधायक हैं। 230 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए 116 सीटें अनिवार्य हैं। मौजूदा सरकार में 114 कांग्रेस के, दो बसपा के, एक समाजवादी पार्टी के और चार निर्दलीय विधायक हैं। भाजपा के पास 107 विधायक हैं और वर्तमान में दो सीटें खाली हैं। यदि तीन अन्य लापता विधायकों ने इस्तीफा दे दिया, तो यह विधानसभा में संख्या को 224 और बहुमत के निशान को 113 पर ला देगा।