मध्य प्रदेश में सियासत तेज, दिग्विजय बोले- शेर का चरित्र आप जानते हैं, जंगल में एक ही शेर रहता है
By शिवअनुराग पटैरया | Published: July 3, 2020 04:39 PM2020-07-03T16:39:58+5:302020-07-03T16:39:58+5:30
कृषि मंत्री कमल पटेल ने खुद को सतपुड़ा टाइगर घोषित करते हुए एक बयान जारी करते हुए राजीव गांधी फाउंडेंशन को चीन से चंदा मिलने और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री के तौर पर चीन के उत्पादों को छूट देने की सीबीआई से जांच करने की मांग की है.
भोपालः मध्य प्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल गठन के बाद अब राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान टाइगर अभी जिंदा है, पर सियासत तेज हो गई है. इसके पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अपने आप को टाइगर बता चुके हैं.
इसी कड़ी में राज्य के कृषि मंत्री कमल पटेल ने खुद को सतपुड़ा टाइगर घोषित करते हुए एक बयान जारी करते हुए राजीव गांधी फाउंडेंशन को चीन से चंदा मिलने और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री के तौर पर चीन के उत्पादों को छूट देने की सीबीआई से जांच करने की मांग की है.
राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया के टाइगर अभी जिंदा है, वाले बयान पर राज्य में सियासत तेज हो गई है. सिंधिया ने जहां कहा था कि टाइगर जिंदा है, तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय ने शेर का शिकार करने की बात कहकर पलटवार किया है.
सिंह ने ट्वीट कर कहा कि शेर का चरित्र आप जानते हैं
सिंह ने ट्वीट कर कहा कि शेर का चरित्र आप जानते हैं, एक जंगल में एक ही शेर रहता है.एक अन्य ट्वीट में सिंह ने कहा कि जब शिकार प्रतिबंधित नहीं था, तो मैं और माधवराव सिंधिया शेर का शिकार करते थे. इंदिरा गांधी के वाइल्डलाइफ कंजर्र्वेशन एक्ट के बाद मैं अब शेर को कैमरे में उतारता हूं.
दरअसल कुछ समय पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा था कि टाइगर अभी जिंदा है. अब इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी यही कहा उन्होंने ट्वीट करके भी कहा कि मध्यप्रदेश के विकास प्रगति उन्नति और प्रदेशवासियों की रक्षा के लिए टाइगर अभी जिंदा है.
टाइगर पर सियासत के बीच पूर्व जनसंपर्क मंत्री पी सी शर्मा ने कहा कि हमारे पास कमलनाथ बब्बर शेर हैं.शर्मा ने दिग्विजय के बयान को लेकर कहा कि सिंह का बयान सही है, सिंधिया को बताना चाहिए कि टाइगर कौन है, क्योंकि एक तरफ सिंधिया कह रहे हैं मैं शेर ,दूसरी ओर शिवराज कह रहे हैं, मैं शेर, लेकिन हमारे पास कमलनाथ के रूप में बब्बर शेर है.
कृषि मंत्री ने भी खुद को बताया टाइगर
अपने आपको सतपुड़ा टाइगर बताते हुए प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल ने राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से चंदा मिलने के बाद आयात में दी गई रियायतों के लिए तत्कालीन वाणिज्य मंत्री कमलनाथ की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है.
कमल पटेल ने इसे लेकर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र भेजा है।उन्होंने कहा कि मीडिया से मिल रही जानकारियों के आधार पर चीन एवं तत्कालीन यूपीए सरकार के गहरे संबंध नकारे नहीं जा सकते। सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाले राजीव गांधी फाउंडेशन को दान के नाम पर पीपल रिपब्लिक आफ चायना के दूतावास से करोड़ों रुपये की वित्तीय सहायता मिली है, कमल पटेल ने कहा कि चीन के साथ जारी सीमा विवाद के दौरान पूर्व यूपीए सरकार का नरम रवैया इसी आर्थिक सहायता के कारण तो नहीं रहा.
उन्होंने कहा कि जिस तरह चीन, पाकिस्तान के साथ मिलकर भारत की सीमा को छलनी कर रहा है उससे चीन द्वारा प्राप्त आर्थिक सहायता को भी शक की निगाह से देखा जाना चाहिए। कृषि मंत्री कमल पटेल ने यूपीए सरकार के समय चीन से मिली आर्थिक सहायता और आयात में दिए गए अनुचित लाभ तथा संपत्तियों की सीबीआई जांच कराने की मांग की है जिससे कांग्रेस का सच देश के सामने आ सके।