अपराधियों में खौफ जरूरी, सीएम शिवराज सिंह चौहान बोले-सख्ती से निपटें, अभियान जारी रखें
By शिवअनुराग पटैरया | Published: July 27, 2020 09:28 PM2020-07-27T21:28:57+5:302020-07-27T21:28:57+5:30
मुख्यमंत्री चौहान आज अस्पताल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश की कानून-व्यवस्था एवं कोरोना नियंत्रण की व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस भी अपने-अपने कार्यालय से शामिल हुए।
भोपालः मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपराधियों में खौफ होना जरूरी है। उनसे सख्ती से निपटा जाये, किसी प्रकार की रियायत नहीं बरती जाये। प्रदेश में अपराधी तत्वों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान को निरंतर जारी रखें। इस अभियान को प्रशासन और पुलिस संयुक्त रूप से गति दें।
मुख्यमंत्री चौहान आज अस्पताल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश की कानून-व्यवस्था एवं कोरोना नियंत्रण की व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस भी अपने-अपने कार्यालय से शामिल हुए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिये जरूरी है कि इसे जन-आंदोलन का रूप दिया जाये। इसमें शासन-प्रशासन के साथ ही सभी आमजन, समाज और स्वयंसेवी संस्थाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाये। साथ ही नागरिकों को जागरूक करने के लिये विभिन्न समुदायों के संत और समाज के प्रमुख लोगों से अपील करवायें।
मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग आवश्यक है
मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग आवश्यक है। लोग इसे अपनायें और जो लोग गाइड-लाइन का पालन नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्ती से पेश आयें। उन्होंने कहा कि कोरोना की टेस्टिंग की संख्या भी बढ़ाई जाये। मुख्यमंत्री ने कहा है कि रिकवरी की दिशा में बढ़ते कदम की आशा को तोड़ना नहीं है, विश्वास में बदलना है।
मुख्यमंत्री चौहान ने सागर, दमोह और टीकमगढ़ में कोरोना मरीजों के उपचार के लिये किये गये प्रबंधों की समीक्षा की। उन्होंने सागर मेडिकल कॉलेज में उपचार संबंधी व्यवस्थाओं पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि व्यवस्थाएँ बेहतर नहीं हो पा रही हैं।
गृह मंत्री डॉ. मिश्रा द्वारा मेडिकल कॉलेज के पूर्व डीन को ही पुन: व्यवस्थाएँ सौंपे जाने का प्रस्ताव रखा गया। मुख्यमंत्री ने सहमति व्यक्त करते हुए निर्णय लेने के निर्देश चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सभी जेलों में ध्यान देने की जरूरत है।
कैदी की रिहाई के पहले उसकी टेस्टिंग अवश्य करें, उसके बाद ही उसे घर भेजें। गृह एवं जेल मंत्री डॉ. मिश्रा ने बताया कि कैदियों को कोरोना टेस्टिंग के बाद ही जेल में रखा जा रहा है। जेल विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में संयुक्त निर्देश जारी कर दिये हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण-काल में कूलर और ए.सी. का प्रयोग न करें। इसे अपनाने से बचें। कोविड नियंत्रण के लिये हमें अपने और अपने परिवार के लिये यह सुरक्षित उपाय अपनाने होंगे। उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि मैं जहाँ उपचार ले रहा हूँ, वहाँ कूलर और ए.सी. का उपयोग नहीं किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने अस्पताल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंत्रीगण एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश में #COVID19 संक्रमण की स्थिति की समीक्षा बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। #MPFightsCoronapic.twitter.com/2G9dwNrKhX
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) July 27, 2020