लोकसभा चुनावः भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा पर बोले कन्हैया कुमार, मुंह में राम, बगल में नाथूराम
By सतीश कुमार सिंह | Published: April 20, 2019 06:46 PM2019-04-20T18:46:16+5:302019-04-20T18:46:16+5:30
जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है कि शहीद हेमंत करकरे की शहादत को कर्मों की वजह से मिली मौत बताने वाली प्रज्ञा ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है।
लोकसभा चुनाव 2019 में चुनावी रण में शब्दवाण छोड़े जा रहे हैं। सीपीआई के प्रत्याशी कन्हैया कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा पर चौतरफा हमला करने के साथ-साथ भोपाल से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की उम्मीदवारी पर भी सवाल उठाया है।
जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है कि शहीद हेमंत करकरे की शहादत को कर्मों की वजह से मिली मौत बताने वाली प्रज्ञा ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है।
कन्हैया कुमार ने कहा कि अंग्रेजों से माफी मांगकर जान बचाने वालों को नायक मानने वाले और कर भी क्या सकते हैं। उनके मुंह में राम, लेकिन बगल में नाथूराम होता है। आपको बताते जाए कि साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने 26/11हमले में शहीद एटीसी चीफ हेमंत करकरे के बारे में कहा है कि उन्हें उनके कर्मों की सजा मिली है।
उन्होंने मुझे गलत तरीके से फंसाया था। मुझे जेल में रखा। हेमंत करकरे मुझे किसी भी तरह से आतंकवादी घोषित करना चाहते थे। मैंने करकरे को श्राप दिया इसलिए आतंकियों ने मारा।
वे आज राष्ट्रवाद के ठेकेदार बने घूम रहे हैं
बेगूसराय में शुक्रवार को आयोजित एक दर्जन से अधिक जनसंपर्क कार्यक्रमों को संबोधित करते हुए कन्हैया ने कहा कि जिन लोगों ने चुनावी रैली के कारण न पटना में और न ही बेगूसराय में शहीद पिंटू कुमार सिंह के प्रति सम्मान व्यक्त करना जरूरी समझा, वे आज राष्ट्रवाद के ठेकेदार बने घूम रहे हैं।
यही नहीं, जब सेना में जवान बेहतर सुविधाओं की मांग करते हैं तो उन्हें वही लोग देशद्रोही बताते हैं। कन्हैया ने कहा कि मेरा राष्ट्रवाद मुझे सिखाता है कि मैं किसी धर्म से नफरत करने की बजाय पिछले कुछ दशकों में गरीबी के कारण लाखों की संख्या में आत्महत्या कर चुके देश के किसानों की समस्याओं को दूर करने की कोशिश करूं।
किसानों को आर्थिक नुकसान सहना पड़ता है
किसानों की समस्या है कि फसलों की सही कीमत नहीं मिल रही है। फलों, सब्जियों आदि को न्यूनतम समर्थन मूल्य के दायरे में शामिल नहीं करने के कारण बेगूसराय समेत देश के तमाम हिस्सों के किसानों को आर्थिक नुकसान सहना पड़ता है।
कन्हैया ने कहा कि बेगूसराय की धरती के बहुत उपजाऊ होने के बावजूद यहां जैविक खेती को विकसित करने और खेती की नई तकनीकों को बढ़ावा देने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
पोस्ट लिखकर बीजेपी उम्मीदवार गिरिराज सिंह पर जमकर हमला बोला
वीजा मंत्री जी पिछले पांच साल के अपने पांच बड़े काम भले न गिना पाएं
कन्हैया कुमार ने इस बीच पोस्ट लिखकर बीजेपी उम्मीदवार गिरिराज सिंह पर जमकर हमला बोला। कन्हैया कुमार ने लिखा, 'वीजा मंत्री जी पिछले पांच साल के अपने पांच बड़े काम भले न गिना पाएं, लेकिन पाकिस्तान का नाम 5000 बार ले चुके होंगे।
पाकिस्तान उनके मन में इस तरह समा गया है कि उन्हें केरल में पाकिस्तान नज़र आ रहा है। इस जज़्बे को क्या नाम दिया जाए? अगर वे थोड़ा समय अपने देश को दे पाते, तो आज बेगूसराय में हमें उद्यमों का विकास दिखता, लेकिन हमें क्या दिखता है? कभी केरल में पाकिस्तान देखने वाले मंत्री जी के बयान का वीडियो तो कभी भारतीयों को पाकिस्तान भेजने वाले बयान का वीडियो। राजनीति का वीडियोकरण हो गया है। ज़मीन के मुद्दों की बात नहीं होती, बस हवा-हवाई मुद्दों के शोर में असली मुद्दों का दबाया जाता है।