कमलनाथ को इंदिरा गांधी मानती थीं अपना ‘तीसरा बेटा’
By भाषा | Updated: December 17, 2018 17:28 IST2018-12-17T17:28:45+5:302018-12-17T17:28:45+5:30
मध्यप्रदेश के नवनियुक्त मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद का संभालते ही किसानों के कर्ज माफ करने वाली फाइल पर हस्ताक्षर किए हैं।

कमलनाथ को इंदिरा गांधी मानती थीं अपना ‘तीसरा बेटा’
मध्यप्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री बने कमलनाथ को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी अपना ‘तीसरा बेटा’ मानती थीं। कमलनाथ एक ऐसे नेता हैं, जिन्होंने विभिन्न पदों पर रहते हुए गांधी-नेहरू परिवार की तीन पीढ़ियों ... इंदिरा गांधी, राजीव गांधी एवं राहुल गांधी के साथ काम किया है।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने एक बार उन्हें अपना ‘तीसरा बेटा’ कहा था, जब उन्होंने 1979 में मोरारजी देसाई की सरकार से मुकाबले में उनकी मदद की थी। कमलनाथ का इंदिरा गांधी से कितना गहरा नाता था, इसकी तस्दीक उनका 2017 का एक ट्वीट भी करता है। इसमें उन्होंने इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें ‘मां’ कहा था।
72 वर्षीय कमलनाथ को 39 साल बाद अब इंदिरा के पोते कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नयी जिम्मेदारी सौंपी है। पंद्रह साल बाद कांग्रेस राज्य में सत्तासीन हुई है।
जनता के बीच ‘मामा’ के रूप में छवि बना चुके और मध्य प्रदेश में सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा नीत सरकार को लगातार चौथी बार सत्ता में आने से रोकने के लिए कमलनाथ ने उन्हें कड़ी टक्कर दी।
मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कमलनाथ का दावा चुनौतियों से भरा रहा
मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कमलनाथ का दावा चुनौतियों से भरा रहा। ज्योतिरादित्य सिंधिया उनके समानांतर खड़े थे। लेकिन आखिरकार पार्टी अध्यक्ष को कठोर निर्णय लेना पड़ा।
राहुल गांधी ने कहा कि ‘धैर्य और समय दो सबसे शक्तिशाली योद्धा’ होते हैं। आखिरकार अनुभव ही बदलाव की जरूरत को लेकर विजयी हुआ और कमलनाथ को मुख्यमंत्री चुना गया। इसमें अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को भी ध्यान में रखा गया।
सिंधिया के साथ कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में विपक्षी कांग्रेस की किस्मत फिर से पलटने का काम शुरू किया था। राज्य में पार्टी 2003 से ही सत्ता से बाहर थी।
कमलनाथ का एक वीडियो वायरल होने पर भाजपा ने उन पर हमला बोला था। इस वीडियो में वह कांग्रेस की जीत के लिए मौलवियों से राज्य के मुस्लिम बहुल इलाके में 90 प्रतिशत वोट सुनिश्चित करने को कहते हुए नजर आए थे।
बृहस्पतिवार की रात को कमलनाथ को मध्यप्रदेश कांग्रेस विधायक दल की बैठक में औपचारिक रूप से अपना नेता चुना गया था।
छिन्दवाड़ा के पत्रकार सुनील श्रीवास्तव ने इंदिरा गांधी की चुनावी सभा कवर की थी। उन्होंने बताया कि इंदिरा गांधी छिन्दवाड़ा लोकसभा सीट के प्रत्याशी कमलनाथ के लिए चुनाव प्रचार करने आई थीं। इंदिरा ने तब मतदाताओं से चुनावी सभा में कहा था कि कमलनाथ उनके तीसरे बेटे हैं, कृपया उन्हें वोट दीजिए। पूर्व ग्वालियर राजघराने के वंशज एवं पार्टी के युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को अनदेखा कर राहुल गांधी ने इस साल 26 अप्रैल को अरूण यादव की जगह कमलनाथ को मध्य प्रदेश का कांग्रेस अध्यक्ष बनाया था।