'मैंने 40 साल के जीवन में हमेशा शुचिता की राजनीति की', 15 महीने MP सीएम रहने के बाद कमलनाथ ने लिखा भावुक करने वाला इस्तीफा पत्र
By पल्लवी कुमारी | Updated: March 20, 2020 14:12 IST2020-03-20T14:12:13+5:302020-03-20T14:12:13+5:30
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के त्यागपत्र देने से सियासी संकट पैदा हुआ है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब उनके युवा नेता ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने ज 10 मार्च को इस्तीफा दे दिया और 11 मार्च को बीजेपी में शामिल हो गए।

kamalnath (File Photo)
भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने इस्तीफे का ऐलान करते हुए राज्यपाल लालजी टंडन को अपना इस्तीफा सौंपा। कमलनाथ ने भावुक करने वाला पत्र लिखा है। कमलनाथ ने पत्र में लिखा है, "माननीय राज्यपाल जी, मैंने अपने 40 साल के सार्वजनिक जीवन में हमेशा से शुचिता की राजनीति की है और प्रजातांत्रिक मूल्यों को सदैव तरजीह दिया है। मध्य प्रदेश में पिछले दो हफ्ते में जो कुछ भी हुआ, वह प्रजातांत्रिक मूल्यों के अवमूल्यन का एक नया अध्याय है।'' इस्तीफे के बाद कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा, 'मैं पूरी शक्ति के साथ, पूरे बल के साथ मध्यप्रदेश के विकास के लिए प्रयास करता रहूंगा'।
Kamal Nath has submitted his resignation to Madhya Pradesh Governor Lalji Tandon. His letter states "All that has happened in Madhya Pradesh in the last two weeks is a new chapter in the weakening of democratic principles." pic.twitter.com/agzKBsdbxh
— ANI (@ANI) March 20, 2020
पढ़ें कमलनाथ का पूरा पत्र
कमलनाथ ने इस्तीफे के बाद देखें क्या ट्वीट किया?
कमलनाथ ने ट्वीट किया, आज मध्यप्रदेश की उम्मीदों और विश्वास की हार हुई है , लोभी और प्रलोभी जीत गए हैं । मध्यप्रदेश के आत्मसम्मान को हराकर कोई नहीं जीत सकता। मैं पूरी इच्छाशक्ति से मध्यप्रदेश के विकास के लिए काम करता रहूँगा।
आज मध्यप्रदेश की उम्मीदों और विश्वास की हार हुई है , लोभी और प्रलोभी जीत गए हैं ।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) March 20, 2020
मध्यप्रदेश के आत्मसम्मान को हराकर कोई नहीं जीत सकता।
मैं पूरी इच्छाशक्ति से मध्यप्रदेश के विकास के लिए काम करता रहूँगा।
जानें कमलनाथ ने अपने आखिरी विदाई भाषण में क्या-क्या कहा?
कमलनाथ ने कहा- मैंने हमेशा सिद्धांतों व मूल्यों का पालन किया है... इसलिए मैंने निर्णय लिया है कि मैं राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दूंगा।
कमलनाथ के अपने इस्तीफे के ऐलान के पहले कहा, पिछले 15 महीने का काम गिनाकर बीजेपी को कोस रहे हैं सीएम कमलनाथ। अपने सरकार को अस्थिर करने का बीजेपी पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी नहीं चाहती थी कि राज्य सरकार अच्छा काम करे।
कमलनाथ ने कहा, 15 महीने में हमारे ऊपर किसी प्रकार के घोटाले या भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकते हैं। प्रदेश की जनता ने देखा कि इतने महीने में क्या हुआ है। विकास के पथ पर ना हम रुकेंगे झुकेंगे।
सीएम कमलनाथ ने कहा- बीजेपी ने किसानों के साथ धोखा किया। हमने कोई छोटी घोषणाएं नहीं की थी।
समझे आखिर क्यों गिर गई मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के त्यागपत्र देने से सियासी संकट पैदा हुआ है। इनमें से छह के इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष ने मंजूर कर लिए हैं जबकि अन्य 16 के इस्तीफे अब तक मंजूर नहीं हुए हैं। यदि इन 16 बागी विधायकों में से कम से कम 13 बागी विधायक कांग्रेस के पक्ष में होते तो उनकी सरकार बच सकती थी।
