जीतन राम मांझी ने राजद और तेजस्वी पर किया हमला, कहा-लालू-राबड़ी शासनकाल को न्यायालय ने बताया जंगल राज, असली ब्रेकिंग न्यूज
By एस पी सिन्हा | Published: January 15, 2021 05:16 PM2021-01-15T17:16:57+5:302021-01-15T17:19:13+5:30
बिहार में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति और पटना में रुपेश हत्याकांड को लेकर नीतीश कुमार और पत्रकारों के बीच आज काफी देर तक बहस होती रही.
पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हम अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने आज ट्वीट कर राजद पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर एक ब्रेकिंग न्यूज की जानकारी दी.
इस ट्वीट के माध्यम से मांझी ने राजद और तेजस्वी यादव को निशाने पर लेते हुए लिखा है कि वास्तविक ब्रेकिंग न्यूज, लालू-राबड़ी शासनकाल को न्यायालय ने बताया जंगल राज. बढ़ते अपराध के मामले में बिहार 23वें स्थान पर, जनता ने 2020 के चुनाव में नीतीश कुमार को काम के नाम पर वोट दिया. मांझी ने नेता प्रतिपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी बाबू इसको कहते हैं ब्रेकिंग न्यूज.
ट्वीट के जरिए मांझी ने तेजस्वी के ट्वीट पर जवाब दिया
दरअसल इस ट्वीट के जरिए मांझी ने तेजस्वी के ट्वीट पर जवाब दिया. तेजस्वी ने लिखा था- दुर्भाग्यपूर्ण ब्रेकिंग न्यूज़: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाथ उठा अपराधियों के सामने किया सरेंडर. कहा, “कोई नहीं रोक सकता अपराध!” हड़प्पा काल में भी होते थे अपराध. जरा तुलना कर लीजिए. उल्टा पत्रकारों से पूछ रहे है क्या आपको पता है कौन है अपराधी और वो क्यों करते है अपराध?
इससे पहले गुरुवार को नेता तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि राज्य में लूट, अपहरण, बलात्कार, हत्या और अपराध बढ़ गए हैं. सरकार की संवेदनशीलता खत्म हो चुकी है. सत्ताधारी दल केवल कुर्सी से चिपके रहने की लालसा में आम लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.
भाजपाई बिना जिम्मेदारी के सरकार को ही कोसते रहते हैं
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि दरअसल सत्ता में बैठे लोग जनता के नहीं, बल्कि भाजपा के पदधारक बने हुए हैं. तेजस्वी ने कहा कि कितना हास्यास्पद है कि भाजपा जो खुद सरकार में है वह भी सरकार की आलोचना करती रहती है. दो-दो उपमुख्यमंत्री बनाकर सत्ता का सुख भोग रहे भाजपाई बिना जिम्मेदारी के सरकार को ही कोसते रहते हैं.
मुख्यमंत्री अपराध पर 'समीक्षा बैठक' कर रहे हैं पर उसका परिणाम नहीं निकल रहा है. बिहार चुनाव में पीएम ने अपने आप को दिल्ली का बेटा घोषित किया. अब रूपेश सिंह और अपहृत गुप्ता परिवार को आकर जवाब देना चाहिए कि उनकी डबल इंजन सरकार की भेंट बिहार के कितने और बेटे, भाई, पिता और पति चढ़ेंगे.
मधुबनी और मुजफ्फरपुर की बेटियों का सामूहिक बलात्कार कर जला दिया गया
मधुबनी और मुजफ्फरपुर की बेटियों का सामूहिक बलात्कार कर जला दिया गया. क्या दिल्ली वाले भाषणकर्ता बेटे उन्हें जिंदा करेंगे? बता दें कि सारा मसला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस बयान से जुडा हुआ है, जिसमें आज अटल पथ का शुभारंभ करने के बाद मुख्यमंत्री पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे.
इसी दौरान रुपेश हत्याकांड और बिहार कानून-व्यवस्था को लेकर कुछ सवाल दागे गए तो नीतीश कुमार बरस पडे़. उन्होंने कहा कि पहले क्या होता था इसे हाइलाइट क्यों नहीं करते? 2005 से पहले क्या होता था जरा ये भी याद कीजिए.
जंगल राज में क्या होता था. हमारी सरकार में बिहार आज अपराध के मामले में 23वें स्थान पर है. अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस अपना काम कर रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इसी बयान को लेकर तेजस्वी यादव ने हमला बोला, जिसके जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पलटवार किया.