बिहार में गरमाई सियासत, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी 'हम' ने भाजपा पर साधा निशाना तो लोजपा ने भी कसा तंज
By एस पी सिन्हा | Published: January 30, 2021 04:55 PM2021-01-30T16:55:59+5:302021-01-30T16:58:46+5:30
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने भाजपा के फैसले की कडी आलोचना की है। भाजपा के खिलाफ हम के प्रवक्ता में कडा बयान दिया है, जिसके बाद अब लोजपा भी पलटवार करती दिख रही है।
पटना,30 जनवरी। लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान को एनडीए की बैठक में बुलाए जाने के बाद सियासी घमासान शुरू हो गया है। हालांकि जदयू ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है, लेकिन में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने चिराग पासवान को बैठक में बुलाए जाने के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हम ने कहा कि जिस चिराग पासवान ने विधानसभा चुनाव में एनडीए के पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है, उसको बैठक में बुलाना ठीक नहीं है। इससे गलत संदेश जाएगा।
भाजपा के फैसले से हमलोग आहत है। एनडीए के साथ आगे मांझी रहेंगे की नहीं यह फैसला मांझी को करना है। चिराग पासवान ने विधानसभा चुनाव में एनडीए से अलग होकर जदयू प्रत्याशियों के खिलाफ उम्मीदवार उतारा। जिसके कारण जदयू को करीब 25 सीटों पर हार का सामना करना पडा। लेकिन अब इस बैठक में चिराग पासवान के बुलाए जाने पर जदयू खामोश है। वहीं, हम के विरोध को लोजपा ने बनावटी करार दिया है। लोजपा प्रवक्ता अशरफ अंसारी ने कहा है कि जीतन राम मांझी और उनकी पार्टी सत्ता से चिपके रहने वाले लोग हैं। सत्ता से बाहर आने का उनमें साहस नहीं। जबकि हकीकत यह है कि लोक जनशक्ति पार्टी शेरों की पार्टी है। जिसका नेतृत्व चिराग पासवान करते हैं।
उन्होंने लिख कर, बता कर, पीसी कर पूरे जमाने के सामने कहा था कि नीतीश कुमार के नीतियों के खिलाफ लोजपा है और उनकी गलत नीतियों की जांच होगी। नीतीश कुमार के गलत नीतियों के खिलाफ थे और जब तक प्रदेश में सच में विकास नहीं होता। जब तक नीतीश कुमार नीतियों में परिवर्तन नहीं आता तब तक उनके सामने बिहार की बात लोजपा करेगी। मांझी सत्ता के कारण एनडीए से जुडे हैं विचारों से नहीं। किसी भी कीमत पर आप लोग सत्ता से बाहर नहीं जा सकते। सत्ता को लात मार कर आम बिहार की आवाज बनने का कलेजा सिर्फ चिराग पासवान में है। जीतन राम मांझी आप कृपया कर शांति से सत्ता में रहे। जनता सब जानती है। एनडीए से बाहर जाने की बात दोबारा अपने प्रवक्ताओं से मत कहवाइएगा।
यहां बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के वक़्त चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और अब उन्होंने एनडीए की बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला लिया है। चिराग पासवान को संसद के तरफ से बैठक में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया गया था। लेकिन लोजपा के कोई भी नेता और चिराग पासवान इस बैठक में शामिल नहीं होंगे।
यहां उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा चुनाव से ही लोजपा को लेकर राजग के अंतर खींचतान जारी है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में बजट सत्र को लेकर राजग का एजेंडा तय होगा। स्पष्ट है कि यह बैठक महत्वपूर्ण होगी। हालांकि चिराग पासवान बैठक में शामिल नहीं होंगे।