आर्थिक पैकेज पर कांग्रेस का हमला, मल्लिकार्जुन खड़गे बोले-लॉकडाउन को 60 दिन, अर्थव्यवस्था का हर क्षेत्र गंभीर संकट
By भाषा | Published: May 26, 2020 02:12 PM2020-05-26T14:12:41+5:302020-05-26T14:21:55+5:30
कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश में अर्थव्यवस्था गंभीर संकट में है। लॉकडाउन के 60 दिन हो गए, अभी तक कोई रास्ता नहीं दिख रहा है। पता न सरकार के मन में क्या है।
नई दिल्लीः कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज को कठोर आघात बताते हुए सरकार से आग्रह किया कि बैंकों को कर्ज नहीं चुका पाने वाले किसानों के खिलाफ दिवाला शोधन प्रक्रिया शुरू नहीं करने का निर्देश दिया जाए।
खड़गे ने कहा कि सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि किसान स्थानीय साहूकारों के चंगुल में नहीं फंसें क्योंकि बैंक उन्हें नया ऋण देने में संकोच कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि कृषि सुधार के नाम पर सरकार निजी व्यापारियों को कृषि उत्पाद तथा मवेशी बाजार समितियों में आने की अनुमति खुशी से दे रही है। उन्होंने एक बयान में यह भी कहा कि कृषि सुधार के नाम पर सरकार चाहती है कि उद्योगपति किसानों की जमीन बेचें और खरीदें।
खड़गे ने कहा, ‘‘अगर सरकार यह घोषणा कर सकती है कि कोरोना वायरस से प्रभावित उद्योगों के खिलाफ दिवाला शोधन प्रक्रिया शुरू नहीं की जाएगी तो उसे बैंकों को किसानों के कर्ज को भी इसी तरह देखने का निर्देश देना चाहिए।’’
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि लॉकडाउन को 60 दिन हो गये हैं और भारतीय अर्थव्यवस्था का हर क्षेत्र गंभीर संकट में है। उन्होंने कहा कि हमें क्षेत्रवार योजना बनाने की जरूरत है। खड़गे ने कहा, ‘‘लेकिन पिछले सप्ताह सरकार द्वारा घोषित कदमों से स्पष्ट है कि या तो उसे संकट का भान नहीं है या उसने अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए इस पर ध्यान देने से ही साफ इनकार कर दिया है।’’
गुजरात में कोविड-19 से 800 से ज्यादा मौत के लिये ट्रंप का कार्यक्रम जिम्मेदार : कांग्रेस
गुजरात कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि भाजपा सरकार द्वारा 24 फरवरी को आयोजित किया गया ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम राज्य में कोरोना वायरस की वजह से हुई 800 से ज्यादा मौतों के लिये जिम्मेदार है, जिसपर सत्ताधारी भाजपा ने तीखा पलटवार किया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावडा ने कहा कि उनकी पार्टी जल्दी ही गुजरात उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर इस मेगा कार्यक्रम के आयोजन की विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा जांच कराए जाने की मांग करेगी। प्रदेश भाजपा ने हालांकि इस आरोप को खारिज करते हुए दावा किया कि विपक्षी दल मीडिया में आई उन खबरों का जवाब तलाशने की कोशिश कर रहा है जिनमें खुलासा किया गया है कि “तबलीगी जमात के दिल्ली मरकज के कार्यक्रम के बाद कैसे कोरोना वायरस फैला।”
भारत दौरे पर आए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 24 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अहमदाबाद में एक रोड शो में हिस्सा लिया था जिसमें हजारों लोग शामिल हुए थे। रोड शो के बाद दोनों नेताओं ने मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम में एक लाख से भी ज्यादा लोगों की भीड़ को संबोधित किया था। इस कार्यक्रम को ‘नमस्ते ट्रंप’ नाम दिया गया था। गुजरात में कोरोना वायरस का पहला मामला 20 मार्च को सामने आया था। वहीं 25 मई तक राज्य में संक्रमण के कारण 888 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि संक्रमितों की संख्या राज्य में 14,468 है।
चावडा ने आरोप लगाया, “विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जनवरी में ही कोरोना वायरस को लेकर चेतावनी जारी कर दी थी, राज्य की भाजपा सरकार ने इसके बावजूद नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम का आयोजन किया जिसकी वजह से 800 से ज्यादा लोग यहां महामारी का शिकार बने।” उन्होंने दावा किया कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने भी 22 जनवरी को एक अधिसूचना महामारी के बारे में जारी की थी और अपने जिला कार्यालयों से कोरोना वायरस से लड़ने के लिये एहतियाती कदम उठाने को कहा था।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार ने पीपीई किट और वेंटिलेटर खरीदने समेत अन्य ऐहतियाती उपाय क्यों नहीं किये। यह आपराधिक लापरवाही है। वहीं भाजपा ने आरोपों को निराधार बताते हुए विपक्ष को इस मुश्किल वक्त में राजनीति नहीं करने की नसीहत दी। गुजरात भाजपा के प्रवक्ता भरत पांड्या ने कहा कि गुजरात के लोग जानते हैं कि नमस्ते ट्रंप और कोरोना वायरस के प्रसार में कोई तालमेल नहीं है। उन्होंने मीडिया ने आंकड़े देते हुए बताया था कि कैसे तबलीगी जमात के दिल्ली में हुए कार्यक्रम के बाद कोरोना वायरस फैला।