पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के मुद्दे पर नजर एकओर जहां मतदाताओं को लुभाने के उद्देश्य से भारतीय जनता पार्टी (BJP) वर्चुअल रैली कर रही है. वहीं, मुख्य विपक्षी दल राजद उसकी हवा निकालने में अपनी पूरी ताक़त झोंक दी है. भाजपा की ओर से इस रैली के माध्यम से गृह मंत्री अमित शाह बिहार की जनता को संबोधित करेंगे. इसबीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज (7 जून) सुबह सुबह ट्वीट कर अपने मुहिम को सफल बनने के लिए पार्टी कार्यरकर्ताओं से अपील की है.
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि शिक्षकों पर लाठी चलाई, छात्रों पर लाठी चलाई, किसानों पर लाठी चलाई, बेरोजगारों पर लाठी चलाई और अब श्रमिकों पर लाठी चलाई. मज़दूर, किसान, गरीब व नौजवान विरोधी बिहार सरकार के विरुद्ध बिहारवासी आज सुबह 11 बजे से लेकर 11 बजकर 11 मिनट तक थाली-कटोरा बजाएंगे. इसतरह राजद ने पूरे प्रदेश में गरीब अधिकार दिवस मनायेगी.
इसका ऐलान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कर दिया है. इस कायर्क्रम के तहत तेजस्वी ने आमजनों से थाली -कटोरा लेकर भाजपा की इस वर्चुआल रैली का प्रतिकार करने का आह्वान भी किया है. पटना की सड़कों पर राजद के खिलाफ लगे पोस्टर
इस बीच पटना की सड़कों पर तेजस्वी के इस मुहिम की हवा निकालने वाला पोस्टर लगा दिया गया है. पटना की सड़कों पर तेजस्वी के आह्वान के हवा निकालने के लिए पोस्टरबाजी की है. पटना की सड़कों पर जो पोस्टर लगा है. उसमें लिखा है कि कैदी बजा रहा है, थाली, जनता बजाओ ताली. इस पोस्टर में चित्र के जरिए दिखाया गया है कि लालू यादव के नेतृत्व में शहाबुद्दीन और राजबल्लभ यादव थाली बजा रहे हैं.
इस पोस्टर के जरिए राजद पर सीधा अटैक किया गया है. इस पोस्टर के जरिए लालू यादव के शासन काल में हुई अपराध की बात बताने की कोशिश की गई है. वहीं तेजस्वी यादव ने कल यानि शनिवार को राजद दफ्तर में खुद सीढ़ी पर चढ़कर पोस्टर बाजी कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कई सवाल पूछे थे. तेजस्वी यादव ने इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कई आरोप भी लगाए थे.
संकट के बीच शाह की बिहार रैली राजनीतिक फायदा लेने की कोशिश : तेजस्वी यादव
अमित शाह की डिजिटल रैली से पहले राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि भले ही लोगों की जान जाए लेकिन भगवा पार्टी की दिलचस्पी केवल चुनावी जीत में है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राजग सरकार प्रवासी मजदूरों के साथ ‘‘सौतेला’’ व्यवहार कर रही है। उन्होंने कहा कि इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में यह बड़ा मुद्दा होगा।
तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि गरीबों की हितैषी तथा संविधान को सर्वोच्च मानने वाली समान विचाराधारा की पार्टियां एक साथ आएंगी और राज्य में 15 साल की विभाजनकारी और नाकाम सरकार के खिलाफ लड़ेंगी। उन्होंने विपक्षी खेमे में फूट की खबरों को भी खारिज करते हुए कहा कि अलग दृष्टिकोण रखना किसी भी लोकतंत्र के लिए लाभकारी है। यादव का बयान ऐसे वक्त आया है जब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने सात मई को अमित शाह की रैली के जवाब में ‘गरीब अधिकार दिवस’ मनाने का फैसला किया है । शाह वीडियो कॉन्फ्रेंस और फेसबुक लाइव के जरिए राज्य के लोगों को संबोधित करेंगे।
राजद, कांग्रेस और अन्य दलों का गठबंधन सत्ताधारी राजग को विधानसभा चुनाव में चुनौती देगा। वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में राजग को राजद-जद(यू)-कांग्रेस के महागठबंधन से हार मिली थी लेकिन नीतीश कुमार ने 2017 में अपनी राह अलग कर ली और चार साल के अंतराल के बाद फिर से भगवा पार्टी से हाथ मिला लिया था।