ओलंपिक से पहले खुशखबरी, राही सरनोबत ने शूटिंग वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीता, मनु भाकर चुकीं

By सतीश कुमार सिंह | Published: June 28, 2021 07:26 PM2021-06-28T19:26:07+5:302021-06-28T19:29:07+5:30

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ओलंपिक का टिकट हासिल कर चुकी भारतीय निशानेबाज राही सरनोबत ने यहां आईएसएसएफ विश्व कप में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में सोमवार को स्वर्ण पदक जीता जबकि युवा खिलाड़ी मनु भाकर सातवें स्थान पर रही।

मौजूदा विश्व कप में भारत के लिए यह पहला स्वर्ण पदक है। इससे पहले भारतीय निशानेबाजों ने एक रजत और दो कांस्य पदक जीते है। तीस साल की सरनोबत ने क्वालीफाइंग में 591 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहने के बाद फाइनल में 39 का स्कोर किया।

फाइनल के तीसरे, चौथे, पांचवे और छठी सीरीज में पूरे अंक हासिल किये। फ्रांस की मथिल्डे लामोले को रजत पदक मिला, जिन्होंने फाइनल में 31 अंक बनाये।

जीत के बाद सरनोबत ने कहा ,‘‘ स्वर्ण पक्का होने के बाद आखिरी कुछ सीरिज में मैने प्रयोग परजाोर दिया । मैं कुछ चीजें आजमाना चाहती थी और मैने वही किया ।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ यह प्रतियोगिता पदक या प्रदर्शन के बारे में नहीं थी क्योंकि मैं कुछ नया आजमा रही थी जो मैं ओलंपिक में करूंगी । यह ओलंपिक से पहले आखिरी टूर्नामेंट है और यहां आजमाने का आखिरी मौका था ।’’

क्वालिफिकेशन में सरनोबत ने सोमवार को रैपिड फायर राउंड में 296 का शानदार स्कोर किया। उन्होंने रविवार को प्रीसिशन भी शानदार प्रदर्शन करते हुए 295 अंक जुटाये थे। भाकर 588 अंक के साथ क्वालीफाइंग में तीसरे स्थान पर थी।

रैपिड फायर में 296 और प्रीसिशन में 292 अंक बनाये थे। वह हालांकि 11 के निराशाजनक स्कोर के साथ फाइनल से जल्दी बाहर हो गयी। वह बुल्गारिया की विक्टोरिया चाका से शूट-ऑफ में हार गयी।

भाकर ने इससे पहले सौरव चौधरी के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में रजत पदक जीता था। उन्होंने इससे पहले सरनोबत और यशस्विनी देसवाल के साथ महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल टीम का कांस्य पदक जीता था।

चौधरी ने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत कांस्य पदक जीता था। महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस में भारत को निराशा हाथ लगी क्योंकि तेजस्विनी सावंत और अंजुम मुद्गिल दोनों फाइनल्स में प्रवेश नहीं कर सकीं। सावंत क्वालीफिकेशन में 20वें और मुद्गिल 32वें स्थान पर रही।

शीर्ष आठ निशानेबाजों ने फाइनल में जगह बनाई । तोक्यो ओलंपिक से पहले यह भारतीय निशानेबाजी टीम का अंतिम टूर्नामेंट है।