राम मंदिर भूमि पूजनः 'पारिजात' पौधा लगाएंगे मोदी, 5100 कलश, भव्य तैयारी, see pics

By सतीश कुमार सिंह | Published: August 4, 2020 03:30 PM2020-08-04T15:30:14+5:302020-08-04T15:45:42+5:30

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राम मंदिर का प्रस्तावित मॉडल है। अयोध्या में कल राम मंदिर का भूमिपूजन होगा। पीएम मोदी जब अयोध्या पहुंचेंगे, तब सरयू दर्शन, पूजन, आचमन करेंगे।

 फिर वह हनुमानगढ़ी आएंगे और यहां हनुमानजी के दरबार में दर्शन पूजन परिक्रमा करेंगे। यहां पीएम मोदी को आशीर्वाद और मान स्वरूप साफा बांधा जाएगा साथ ही गदा सौंपा जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परिसर में ''पारिजात'' का पौधा भी लगाएंगे। 

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए 175 प्रतिष्ठित अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। 135 संत हैं जो विभिन्न आध्यात्मिक परंपराओं से जुड़े हुए हैं और वे सभी उपस्थित रहेंगे।

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि निमंत्रण सूची भाजपा के वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के अलावा वरिष्ठ वकील के परासरन एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ ''निजी तौर पर चर्चा'' करके तैयार की गई है।

विहिप के दिवंगत नेता अशोक सिंघल के भतीजे सलिल सिंघल कार्यक्रम में ''यजमान'' होंगे। साथ ही नेपाल के संतों को भी आमंत्रित किया गया है क्योंकि जनकपुर का बिहार, उत्तर प्रदेश और अयोध्या से भी संबंध है।

राज्य सरकार एक डाक टिकट भी जारी करेगी जोकि मंदिर के डिजाइन पर आधारित है। छत्तीसगढ़ को प्रभु श्रीराम का ननिहाल माना जाता है और यह महर्षि वाल्मिकी की तपोभूमि भी है। छत्तीसगढ़ सरकार ने अब इन स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित करने का फैसला किया है।

अयोध्या में राम जन्मभूमि निर्माण के लिए भूमि पूजन से दो दिन पहले से ही धार्मिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। अयोध्या में हर जगह बैरीकेड लगा दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपील की है कि अयोध्या में बुधवार को होने वाले भूमि-पूजन समारोह में सिर्फ वही लोग आएं, जिन्हें आमंत्रित किया गया है।

उच्चतम न्यायालय के पिछले साल के फैसले के बाद यहां मंदिर निर्माण का काम शुरू होने वाला है। सोमवार को 12 पुजारियों ने भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की। उसके बाद भगवान राम और माता सीता के राजवंशों के देवी-देवताओं की पूजा की जाएगी।

अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा की जाएगी। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने कई ट्वीट और संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मुख्य समारोह के लिए आमंत्रित किए गए 175 लोगों में से 135 संत हैं जो विभिन्न आध्यात्मिक परंपराओं का हिस्सा हैं।

कार्यक्रम के दौरान मंच पर सिर्फ पांच लोग होंगे.... प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, ट्रस्ट के प्रमुख महंत नृत्य गोपालदास महाराज, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।

योगी आदित्यनाथ ने इस आयोजन को ‘ऐतिहासिक’ बताया। उन्होंने बताया, ‘‘यह ना सिर्फ ऐतिहासिक है बल्कि भावनात्मक पल भी है क्योंकि 500 साल के बाद राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू हो रहा है। यह नये भारत की नींव होगा।’’ कार्यक्रम का दूरदर्शन पर साीधा प्रसारण होगा।