जम्मू-कश्मीरः प्राकृतिक सौंदर्य को अपने में समेटे हुए, पर्यटक स्थल ‘बूटा पथरी’ के बारे में जानें, देखें तस्वीरें

By अनुभा जैन | Published: June 1, 2022 07:33 PM2022-06-01T19:33:14+5:302022-06-01T19:37:56+5:30

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बर्फीली पहाड़ियों, घने पेड़ों में छुपी हरी भरी वादियों, कल-कल बहती नदियों जैसी प्राकृतिक सुंदरता को अपने में समेटे कश्मीर किसी जन्नत से कम नहीं है।

आर्टिकल 370 के हटने के बाद से अब जम्मू और कश्मीर की वादियों में आतंक की बह रही अंधाधुंध हवा पर कुछ लगाम लगने की आशा के साथ कश्मीरी अब भारत के अन्य प्रातों में रह रहे लोगों की तरह भारतीय संविधान के अधिकारों और अन्य लाभों को लेकर खुश हैं।

सरकार के इस कदम से बेहद खुश नजर आए। उनके अनुसार अब जम्मू और कश्मीर में नई औद्योगिक इकाईयों के प्रवेश के साथ लोगों को पर्यटन के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी नौकरी के नये अवसर मिलेंगे और यह सब जम्मू कश्मीर की अर्थव्यवस्था को और सुदृढ़ता प्रदान करेगा।

श्रीनगर और जम्मू के कई इलाकों में थोड़ी-थोड़ी दूरी पर आर्मी के बंकर्स, चेकपोस्ट और बंदूक ताने सैन्यकर्मियों खड़े हैं।

आतंक का साया आज भी इन हसीन वादियों पर मंडरा रहा है। ऐसा लगता है कि आने वाला समय शायद कुछ व्यवसायिक गतिविधियों के साथ इन आतंकियों पर लगाम लगा पायेगा और लोग यहां इन हसीन वादियों में कुछ खुलके सांस ले सकेंगे।  

बॉर्डर एरिया पर मनमोहक पर्यटक स्थल ‘बूटा पथरी’ जो लाइन ऑफ कंटरोल से महज 5 किमी की दूरी पर है।

यह स्थल कश्मीर गुलमर्ग के पास बारामुला जिले में स्थित है। ‘बूटा पथरी’ पूरी तरह से आर्मी या सैनिक नियंत्रण क्षेत्र है जिसे आम जनता के लिये जम्मू कश्मीर के पर्यटन विभाग ने 2012 में खोला था।

आर्मी के स्पेशल अनुमति से ही इस क्षेत्र में किसी को भी प्रवेश दिया जाता है। एक निश्चित स्थल तक जिसमें सेकेंड चैक पाइंट तक ही आम नागरिकों को जाने दिया जाता है।

श्रीनगर की निगीन झील में हाउसबोट भी खास है। शिकारा, एक छोटी नाव से हाउसबोट तक जाना काफी रोमांचकारी होता है। कश्मीरी हैंडीकराफ्ट आइटम, पशमीना शॉल व ऊनी कपडों, फूल, केशर और कई तरह के मसालों आदि की दुकानें नावों पर थीं।

सेवों के पेड़, केसर के फार्म खास है। हिंदी सिनेमा जैसे मिशन कश्मीर के स्पॉट्स और बजरंगी भाईजान की मशहूर दरगाह और मुन्नी किरदार के घर और बाजार की गलियां दिखी।