first seaplane flight: देश की पहली सी प्लेन सेवा, पीएम ने भरी उड़ान,जानिए खासियत, see pics

By सतीश कुमार सिंह | Published: October 31, 2020 02:26 PM2020-10-31T14:26:32+5:302020-10-31T14:26:32+5:30

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ को अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट से जोड़ने वाली सीप्लेन सेवा का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने से साबरमती फ्रंट तक की इस विमान से यात्रा भी की।

विमान पर सवार होने से पहले उन्होंने यहां स्थित जल हवाई अड्डे पर अधिकारियों से बात की और विमान के बारे में जानकारी ली।

इस विमान में 19 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। लगभग 200 किलोमीटर की दूरी को सीप्लेन के जिरए लगभग 40 मिनट में तय किया जा सकेगा।

सी प्लेन जमीन-पानी दोनों से उड़ान भर सकता है। पानी और जमीन पर लैंड कराया जा सकता है। ये एंफीबियस कैटेगरी का प्लेन होता है।

महज 300 मीटर के रनवे से उड़ान भर सकता है सी प्लेन। 300 मीटर की लंबाई वाले जलाशय का इस्तेमाल हवाई-पट्टी के रूप में मुमकिन है।

पीएम नरेंद्र मोदी केवड़िया से साबरमती तक जाने के लिए सी-प्लेन में सवार होकर साबरमती के लिए रवाना हुए। सी-प्लेन अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट को केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से जोड़ता है।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सिविल सर्विसेज प्रोबेशनर्स को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा कि एक साल पहले जो स्थितियां थी और आज जो स्थितियां हैं, उनमें बहुत बड़ा फर्क है। मुझे विश्वास है कि संकट के इस समय में देश ने और देश की व्यवस्थाओं ने जिस तरह काम किया, उससे आपने भी बहुत कुछ सीखा होगा।

आज देश जिस मोड में काम कर रहा है, उसमें आप सभी नौकरशाहों की भूमिका न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन की ही है। आपको ये सुनिश्चित करना है कि नागरिकों के जीवन में आपका दखल कैसे कम हो, सामान्य मानवी का सशक्तिकरण कैसे हो: पीएम मोदी

पहले के समय ट्रेनिंग में आधुनिक अप्रोच कैसे आए, इस बारे में बहुत सोचा नहीं गया। लेकिन अब देश में मानव संसाधन की आधुनिक ट्रेनिंग पर जोर दिया जा रहा है। आपने खुद भी देखा है कि कैसे बीते 2-3 वर्षों में ही सिविल सर्वेन्ट्स की ट्रेनिंग का स्वरूप बहुत बदल गया है: पीएम मोदी

सरदार वल्लभभाई पटेल ने सिविल सर्वेंट को देश का स्टील फ्रेम कहा था उन अफसरों को सरदार साहब की सलाह थी कि देश के नागरिकों की सेवा अब आपका सर्वोच्च कर्तव्य है। मेरा भी यही आग्रह है कि सिविल सर्वेंट जो भी निर्णय ले, वो देश की एकता अखंडता को मज़बूत करने वाले हों: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सिविल सेवा के प्रशिक्षुओं को समाज से जुड़ने की सलाह देते हुए कहा कि वह ऐसा करते हैं तो वही समाज उनकी शक्ति का सहारा बनेगा। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी जो भी फैसला लें, वह देशहित में होना चाहिए और उससे देश की एकता और संप्रभुता मजबूत होनी चाहिए। प्रधानमंत्री वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से मंसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी के भारतीय सिविल सेवा के 428 प्रशिक्षुओं से ‘‘आरंभ 2020’’ कार्यक्रम के तहत संवाद कर रहे थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘‘किसी सिविल सेवा अधिकारी के लिए सबसे पहले जरूरी है कि वह देश के सामान्य जन से निरंतर जुड़े रहे। जब आप लोगों से जुड़े रहेंगे तो लोकतंत्र में काम करना आसान हो जाएगा। समाज से कटिए मत, उससे जुड़िए। वह आपकी शक्ति का सहरा बनेगा।’’