Ganesh Chaturthi 2020: हर ओर गणेशोत्सव, देश भर में गणपति बप्पा मोरया की धूम, see pics

By सतीश कुमार सिंह | Published: August 21, 2020 06:48 PM2020-08-21T18:48:30+5:302020-08-21T19:00:50+5:30

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बृहन्मुंबई सार्वजनिक गणेशोत्सव समन्वय समिति ने शुक्रवार को कहा कि गणपति उत्सव के दौरान खरीदारी करते समय लोगों को सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना चाहिए।

गणेश चतुर्थी के मद्देनज़र तैयारियां ज़ोरों पर। कल से गणेश चतुर्थी का उत्सव भिन्न-भिन्न राज्यों में प्रारंभ होने जा रहा है।

"लॉकडाउन के कारण लोगों की आय कम हुई है। बाजार में जो मूर्ति 3-4 हज़ार में मिल रही है उसे हम कम दाम में बेच रहे हैं। एक खरीददार (तस्वीर 2) ने बताया, "ये मूर्ति बाज़ार में 3 से 8 हज़ार में मिल रही है और यहां पर 900 रु. में।"

देशभऱ में गणेश चतुर्थी को भी लोग धूमधाम के साथ मनाते हैं। गणपति को घर लाकर विराजमान करने से लेकर उनके विसर्जन को भी धूमधाम से करते हैं। 

10 दिन चलने वाले इस त्योहार पर गणपति की स्थापना की जाती है।  गणेश उत्सव भाद्रपद मास की चतुर्थी से चतर्दर्शी तक यानी दस दिनों तक चलता है। इसके बाद चतुर्दशी को इनका विसर्जन किया जाता है।

सोशल मीडिया पर डाले गए कई वीडियो में लोग गणेश चतुर्थी से पहले दादर क्षेत्र में सब्जी और फूल बाजार में खरीदारी करते दिखाई दिए।

लोगों को भगवान में विश्वास होना चाहिए लेकिन साथ में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए एहतियाती कदम भी उठाने चाहिए। समिति, सार्वजनिक रूप से पंडाल में उत्सव मनाने वाले मंडलों (समूहों) का प्रतिनिधित्व करती है।

हमें आशा थी कि पर्व से पहले लोग सामाजिक का दूरी का ध्यान रखेंगे। लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है।” उन्होंने कहा,“ पिछले चार पांच दिन से लोगों का एक वर्ग बाजार में सामाजिक दूरी का पालन करना भूल गया है।

शहर में गणेश मंडलों ने पर्व के दौरान सामाजिक दूरी का पालन सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का निर्णय लिया है।

ये मूर्तियां अखबार को मोड़कर, धान, तिल, रुद्राक्ष, मोती आदि से मिलकर बनाई गई हैं। हमने कोरोना के चलते एक औषधी युक्त मूर्ति भी बनाई है। इस बार ऑर्डर कम मिले हैं। पहले 40 मूर्तियां बनाते थे इस बार 20-25 ही बनाई हैं : कलाकार राशि रायपुर

महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने शुक्रवार को लोगों से अनुरोध किया कि शनिवार से शुरू हो रहे गणेश उत्सव को कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सादगी से मनाएं और भीड़ जुटाने से बचें। एक आधिकारिक बयान में उन्होंने मुस्लिम समुदाय से भी अनुरोध किया कि महीने के अंत में पड़ने वाले मुहर्रम के दौरान भीड़-भाड़ से बचें। सरकार ने गणेशोत्सव आयोजन के लिये दिशानिर्देश भी जारी किये हैं, जिसके तहत प्रतिमा स्थापित किये जाने से पहले और विसर्जन के दौरान जुलूस नहीं निकाले जाने चाहिए।

सार्वजनिक मंडल और घरों में स्थापित की जाने वाली गणेश प्रतिमाओं की ऊंचाई क्रमश: चार फीट और दो फीट से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। बयान में कहा गया कि सभी मंडलों को नगर निगमों और स्थानीय प्रशासन द्वारा निर्धारित नीतियों की तर्ज पर ही मंडप स्थापित करने होंगे। बयान में देशमुख को उद्धृत करते हुए कहा गया कि इस साल गणेश उत्सव सादगी से मनाया जाना चाहिए जिससे सार्वजनिक मंडलों या लोगों द्वारा घरों पर की जा रही प्रतिमा स्थापना के दौरान सजावट को लेकर बहुत तामझाम न किया जाए। सरकार ने कहा कि लोगों को इस बार परंपरागत प्रतिमा स्थापित करने के बजाए यथासंभव धातु, संगमरमर या अन्य तत्वों से बनी प्रतिमाओं की पूजा करनी चाहिए।