Cyclone Nisarga: निसर्ग तूफान की दस्तक से उखड़े पेड़, देखें तबाही की ताजा तस्वीरें By संदीप दाहिमा | Published: June 3, 2020 04:25 PM 2020-06-03T16:25:29+5:30 2020-06-03T16:25:29+5:30
Next Next 'निसर्ग' चक्रवात बुधवार को करीब एक बजे महाराष्ट्र के समुद्री तट से टकरा गया। हालांकि तूफान के पहुंचने से पहले मुंबई और इसके आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार शाम से ही बारिश शुरू हो गई थी।
महाराष्ट्र के ठाणे, रायगढ़ और पालघर जैसे तटीय जिले भी तूफान से प्रभावित हैं। इसके साथ ही गुजरात के वलसाड, नवसारी, सूरत, भावनगर और भरुच जिलों के अलावा केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नागर हवेली और दमन एवं दीव में भी तूफान का प्रभाव देखा जा रहा है।
बीएमसी को शहर में पेड़ गिरने की 37 शिकायतें मिली हैं लेकिन किसी को चोट आने की खबर नहीं है।
मुंबई पुलिस ने यह भी कहा कि दक्षिण मुंबई में कोलाबा, मध्य मुंबई में वरली और दादर तथा पश्चिमी मुंबई में जुहू और वर्सोवा जैसे समुद्र तटों के समीप वाले इलाकों में रहने वाले सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। पुलिस ने मुंबई में समुद्र किनारों पर सुरक्षा बढ़ा दी है और वहां सीआरपीसी की धारा 144 भी लागू कर दी है।
मुंबई पुलिस ने ट्वीट किया, ‘‘मु्ंबई हमने कई तूफानों का एक साथ मिलकर सामना किया है। यह चक्रवात भी गुजर जाएगा। हमेशा की तरह बस सभी एहतियाती कदम उठाए, दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी अफवाह पर ध्यान न दें। केवल आधिकारिक सूत्रों पर भरोसा करें।’’
चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ के राज्य में पहुंचने से पहले गुजरात के वलसाड और नवसारी जिलों के तटीय इलाकों में रहने वाले करीब 43,000 लोगों को वहां से हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
सरकार ने कहा कि एनडीआरएफ के पांच और बलों को बुलाया गया है। वलसाड के कलेक्टर आर. आर. रवाल ने कहा, ‘‘ हमने अभी तक तटीय इलाकों पर रहने वाले करीब 32,000 लोगों को अस्थायी आश्रय गृहों में भेजा है। अभी बादल छाए हैं लेकिन हवा चलनी अभी शुरू नहीं हुई है।’’
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि नवसारी जिले के विभिन्न गांवों से करीब 11,000 लोगों को निकाला गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चक्रवात के गुजरात के तट पर ना पहुंचने का भी संकेत दिया है और कहा है कि राज्य के तटीय इलाकों में तेज हवाएं चलने और भारी बारिश के साथ इसका असर जरूर दिखेगा।