CoronaVirus News: महाराष्ट्र में दो महीने से दुबका था ‘डेल्टा प्लस’, 22 मरीज मिले By सतीश कुमार सिंह | Published: June 23, 2021 03:16 PM 2021-06-23T15:16:54+5:30 2021-06-23T20:19:53+5:30
Next Next देश में कोरोना की दूसरी लहर थम गई है, लेकिन कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट ने देश में चिंता बढ़ा दी है। इसी वैरिएंट को तीसरी लहर का खतरा है।
डेल्टा वेरिएंट देश में कोरोना की दूसरी लहर थी। अब उसी वैरिएंट को बदल दिया गया है, जिसके परिणामस्वरूप डेल्टा प्लस वैरिएंट बन गया है।
देश में 44 डेल्टा वैरिएंट के मरीज हैं। इनमें से 22 मरीज अकेले महाराष्ट्र के हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग में चिंता बढ़ गई है।
डेल्टा के अलावा डेल्टा प्लस समेत डेल्टा के सभी उप-वंशों को वीओसी की श्रेणी में रखा गया है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘ भारत में अब तक 45,000 से अधिक नमूनों के अनुक्रमण के बाद डेल्टा प्लस स्वरूप - एवाई.1 - के करीब 40 मामले महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं सामने आए हैं और इसकी मौजूदगी में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं देखी गई है
18 जून तक, दुनिया भर में एआई.1 स्वरूप के 205 अनुक्रमों का पता चला, जिनमें से 50 फीसद मामलों का पता अमेरिका और ब्रिटेन में चला। ‘इंडियन सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम’ (आईएनएसएसीओजी) ने हाल में वायरस के इस स्वरूप (डेल्टा, बी.1.617.2) की पहचान की थी।
दो महीने पहले राज्य में घुसे डेल्टा प्लस से कितने लोग संक्रमित हुए इस सवाल ने स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा दी है।
महाराष्ट्र के कोविड-19 कार्य बल के सदस्य डॉ. शशांक जोशी ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस के ‘डेल्टा प्लस’ स्वरूप को लेकर चिंता करने के संबंध में पर्याप्त आंकड़े नहीं हैं।
लोगों को कोविड-19 संबंधी एहियातन दिशा निर्देशों का पालन करने, मास्क पहनने, भीड़भाड़ से बचने और टीका लगवाने की आवश्यकता है।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने सोमवार को कहा था कि अत्यधिक संक्रामक माने जा रहे डेल्टा प्लस स्वरूप के 22 मामले अभी तक राज्य में पाए गए हैं जिनमें से नौ मामले रत्नागिरि, सात जलगांव, दो मुंबई और एक-एक मामला पालघर, ठाणे तथा सिंधुदुर्ग जिलों में पाया गया।
डॉ. जोशी ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘चिंता का स्वरूप, टीका और घबराहट। डेल्टा प्लस स्वरूप को लेकर चिंता करने के लिए पर्याप्त आंकड़े नहीं है। हमें केवल इस बात की चिंता करनी चाहिए कि हम दो मास्क लगाकर, भीड़भाड़ से बचकर और टीका लगवाकर कोविड अनुकूल व्यवहार का सख्ती से पालन करते रहें। डेल्टा प्लस स्वरूप अज्ञात है और इसमें संक्रमण अधिक हो सकता है।’’ यह नया स्वरूप ‘डेल्टा प्लस’ भारत में सबसे पहले सामने आए ‘डेल्टा’ या ‘B.1.617.2’ स्वरूप में ‘उत्परिवर्तन’ से बना है। भारत में संक्रमण की दूसरी लहर आने की एक वजह ‘डेल्टा’ स्वरूप भी था। कोरोना वायरस का ‘डेल्टा प्लस’ स्वरूप भारत के अलावा, अमेरिका, ब्रिटेन, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन और रूस में मिला है