1 / 6अदरक में एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो पेट की अंदरूनी परत को शांत करने में मदद करते हैं। आप या तो अदरक का एक अंगूठा चबाकर पानी पी सकते हैं या उबालकर निगल सकते हैं।2 / 6नारियल के पानी में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन को बढ़ावा देता है और एसिडिटी को फिर से उभरने से रोकता है। इसलिए, नारियल पानी की घूंट तब तक लें जब तक आपका पेट आराम महसूस न करे। सुनिश्चित करें कि नारियल पानी खट्टा न हो, क्योंकि इससे एसिड रिफ्लक्स हो सकता है।3 / 6बेकिंग सोडा एक एंटासिड के रूप में कार्य करता है, पेट में एसिड के स्तर को कम करता है। बस बेकिंग सोडा को पानी में तब तक मिलाएं जब तक कि यह अपारदर्शी न दिखाई दे। फिर, जब भी आप चाहें इसका सेवन किया जा सकता है।4 / 6कैमोमाइल चाय आंतों को शांत करती है, दर्द से राहत देती है और गैस को बाहर निकालने में मदद करती है। एक कप उबलते पानी में एक या दो चम्मच सूखे कैमोमाइल फूल डालें, ढक दें और पांच मिनट या उससे अधिक समय तक खड़े रहने दें।5 / 6तुलसी के पत्तों के सुखदायक और वातहर गुण आपको एसिडिटी से तुरंत राहत दिला सकते हैं। गैस का पहला संकेत मिलने पर तुलसी के कुछ पत्ते खाएं या एक कप पानी में 3-4 तुलसी के पत्ते उबाल लें और कुछ मिनट के लिए इसे उबलने दें और छानकर पी लें। यह एसिडिटी के लिए सबसे अच्छे घरेलू उपचारों में से एक है।6 / 6इसमें मैग्नीशियम की मात्रा अधिक होने के कारण, गुड़ आंतों की शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है। यह पाचन में सहायता करता है और आपके पाचन तंत्र को प्रकृति में अधिक क्षारीय बनाता है, इस प्रकार पेट की अम्लता को कम करता है। भोजन के बाद गुड़ का एक छोटा टुकड़ा चूसें और लाभ उठाएं।