19 साल की उम्र में दाऊद इब्राहिम ने किया था पहला जुर्म, जानिए अंडरवर्ल्ड डॉन के बारे में दिलचस्प बातें

By मनाली रस्तोगी | Published: June 6, 2020 03:48 PM2020-06-06T15:48:28+5:302020-06-06T16:00:30+5:30

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अंडरवर्ल्ड डॉन व भारत के लिए मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम हमेशा से ही अपने अवैध कामों और आतंकवादी गतिविधियों के कारण चर्चा का विषय बना रहता है। हालांकि, बेहद कम लोगों को उसकी निजी जिंदगी के बारे में जानकारी हासिल है। मगर क्राइम राइटर एस हुसैन जैदी द्वारा दाऊद और उसकी डी-कंपनी पर लिखी गई किताब में वो सब मौजूद है, जिसके बारे में किसी को ज्यादा मालूम नहीं है।

जैदी ने इस किताब में दाऊद के बारे में बहुत कुछ बताया है। ऐसे में हम आपको जैदी की किताब 'दाऊद मेंटर: द मैन हू मेड इंडियाज बिगेस्ट डॉन' से दाऊद की पर्सनल लाइफ से जुड़े कुछ दिलचस्प बाते बताएंगे।

आज की तारीख में भले ही दाऊद इब्राहिम की गिनती मोस्ट वांटेड आतंकवादियों में होती हो, लेकिन एक समय ऐसा भी था जब उसे किशोरावस्था में बाकी बच्चों ने तंग किया था। यही नहीं, उसे बहुत मार भी पड़ी थी, जिसकी वजह से दाऊद और उसके भाई सबीर इब्राहिम को काफी चोटें आई थीं।

दाऊद मेंटर: द मैन हू मेड इंडियाज बिगेस्ट डॉन के अनुसार, दाऊद को स्कूल की ओर से सुरक्षा गश्ती दल (आरएसपी) में शामिल किया गया था और वह अपनी ड्यूटी पूरी कर रहा था कि तभी उसे पता चला कि लड़कों का एक समूह उसके भाई को परेशान कर रहा है। ऐसे में अपनी ड्यूटी छोड़कर सबीर के पास पहुंचा, जहां सबीर को बचाने के कारण लड़कों ने उसे भी बहुत पीटा था।

दाऊद मेंटर: द मैन हू मेड इंडियाज बिगेस्ट डॉन में इस बात का जिक्र किया गया है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की जिंदगी में अगर खालिद खान बच्चा नाम का व्यक्ति नहीं होता तो वह बहुत पहले गुमनामी में खो जाता, अपने प्रतिद्वंद्वियों या पुलिस द्वारा कहीं मार गिराया जाता। लेकिन इसी नाम ने दाऊद को हर बला से बचाए रखा।

लेखक हुसैन जैदी ने अपनी किताब में दाऊद की खालिद से मुलाकात की कहानी विस्तार से बताई है। इसमें उन्होंने बताया है कि कैसे इन दोनों के बीच दांत कटी दोस्ती हुई। दोनों ने मिलकर मुंबई के हर माफिया गैंग को हराने या खत्म करने का काम किया और खालिद ने डी-गैंग की नींव रखी। इसके बाद धीरे-धीरे दाऊद भारत का मोस्ट वांटेड (कुख्यात वांछित अपराधी) बन गया।

जैदी के मुताबिक खालिद ने ही दाऊद को सिखाया कि मुश्किलों से कैसे निपटना चाहिए। दाऊद को खालिद के रूप में एक ऐसा मार्गदर्शक मिल गया था जिसने उसे एक धूर्त माफिया बॉस में तब्दील कर दिया। यही नहीं खालिद ने एक बार दाऊद के लिए गोली भी खाई थी। जैदी ने कहा, 'दाऊद अपने जीवन और ताकत के लिए इस व्यक्ति का कर्जदार है। इस पठान (खालिद खान बच्चा उर्फ खालिद पहलवान उर्फ केपी) की कहानी अभी तक बयां नहीं की गई थी।'

दाऊद मेंटर: द मैन हू मेड इंडियाज बिगेस्ट डॉन में बताया गया है कि दाऊद ने महज 19 साल की उम्र में अपना पहला जुर्म किया था। उसने एक बैंक में चोरी की थी। यह चोरी साल 1974 में की गई थी। चोरी करते समय दाऊद को लगा कि वह मस्तान के पैसे लूट रहा है, लेकिन बाद में पता चला कि वह नकदी मेट्रोपॉलिटन बैंक की थी।