पहलवान अंशु मलिक ने कहा- वह दरवाजा खुला रखते थे, बृजभूषण ने कहा- मैंने मुँह खोल दिया तो सुनामी आ जाएगी
By अनिल शर्मा | Published: January 20, 2023 03:33 PM2023-01-20T15:33:36+5:302023-01-20T15:50:51+5:30
गुरुवार देर रात खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ पहलवानों की बैठक हुई लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। खेल मंत्रालय ने बृजभूषण को 24 घंटे के भीतर इस्तीफा देने को कहा है लेकिन उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने से साफ इनकार कर दिया है।
नई दिल्लीः देश के शीर्ष पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। आज तीसरा दिन है। गुरुवार देर रात खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ पहलवानों की बैठक हुई लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। खेल मंत्रालय ने बृजभूषण को 24 घंटे के भीतर इस्तीफा देने को कहा है लेकिन उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने से साफ इनकार कर दिया है।
यौन शोषण के आरोपों में घिरे बृजभूषण शरण सिंह ने शुक्रवार को इस्तीफा देने से इनकार करते हुए कहा कि वह शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। WFI अध्यक्ष ने कहा कि मैं मुंह खोल दूंगा तो सुनामी आ जाएगी। उन्होंने कहा- मेरे समर्थन में भी कई खिलाड़ी हैं। मैं शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा।
उधर पहलवान कुश्ती महासंघ को भंग करने और बृजभूषण को जेल में डालने की मांग पर अड़े हुए हैं। धरने के बीच रेसलर अंशु मलिक ने बृजभूषण पर महिला रेसलर्स का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। एक विदेशी दौरे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "अध्यक्ष बृजभूषण उसी होटल में रुके जहां लड़कियों के कमरे थे। वह अपना कमरा खुला रखते थे जिससे लड़कियां असहज रहती थीं।"
अंशु मलिक के आरोपों पर बृजभूषण शरण ने कहा कि टीम के रुकने की व्यवस्था हम नहीं करते हैं, रुकने की व्यवस्था आयोजक करते हैं। प्रत्येक देश की टीम को अलग-अलग जगह ठहराया जाता है। जिस खिलाड़ी ने आरोप लगाया है कि दरवाजा खुला था तो वह खिलाड़ी उस टूर्नामेंट में नहीं थी।
विरोध कर रहे पहलवानों ने शुक्रवार को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) से भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए जांच समिति के गठन की मांग की। इससे एक दिन पहले पहलवानों ने इस खेल प्रशासक के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज कराने की धमकी दी थी।
आईओए अध्यक्ष पीटी उषा को लिखे पत्र में पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई की ओर से (कोष में) वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाने के अलावा दावा किया कि राष्ट्रीय शिविर में कोच और खेल विज्ञान स्टाफ ‘बिल्कुल अक्षम’ हैं।