ट्रेलब्लेजर्स बना महिला टी20 चैलेंज का नया चैंपियन
By भाषा | Published: November 9, 2020 11:05 PM2020-11-09T23:05:20+5:302020-11-09T23:05:20+5:30
शारजाह, नौ नवंबर स्मृति मंधाना की कप्तानी पारी और गेंदबाजों की कसी गेंदबाजी के दम पर ट्रेलब्लेजर्स ने सोमवार को यहां पिछले दो बार के चैंपियन सुपरनोवाज को 16 रन से हराकर पहली बार महिला टी20 चैलेंज का खिताब जीता।
ट्रेलब्लेजर्स की टीम कप्तान स्मृति मंधाना के 49 गेंदों पर पांच चौकों और तीन छक्कों की मदद से बनाये गये 68 रन के बावजूद आठ विकेट पर 118 रन ही बना पायी, लेकिन उसकी गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया और सुपरनोवाज को सात विकेट पर 102 रन ही बनाने दिये। उसकी तरफ से कप्तान हरमनप्रीत कौर ने सर्वाधिक 30 रन बनाये।
इस कम स्कोर वाले मैच में स्पिनरों की तूती बोली। सुपरनोवाज की तरफ से बायें हाथ की स्पिनर राधा यादव ने 16 रन देकर पांच विकेट लिये जबकि ट्रेलब्लेजर्स के लिये बांग्लादेश की आफ स्पिनर सलमा खातून ने 18 रन देकर तीन और दीप्ति शर्मा ने नौ रन देकर दो विकेट लिये।
ट्रेलब्लेजर्स की गेंदबाजी में अच्छी शुरुआत रही। उसने बेहतरीन फार्म में चल रही चमारी अटापट्टू को केवल छह रन बनाने दिये। बायें हाथ की स्पिनर एक्लेस्टोन ने उन्हें पगबाधा आउट किया। अनुभवी झूलन गोस्वामी ने भी कसी हुई गेंदबाजी की और सुपरनोवाज को पावरप्ले में 28 रन ही बनाने दिये।
पिच से स्पिनरों को मदद मिल रही थी और गेंद बल्ले पर रुककर आ रही थी। ऐसे में रन बनाना आसान नहीं था। आफ स्पिनर दीप्ति शर्मा ने तानिया भाटिया (14) और जेमिमा रोड्रिग्स (13) को आउट करके सुपरनोवाज के खेमे में खलबली मचा दी।
हरमनप्रीत क्रीज पर थी और इसलिए सुपरनोवाज का पलड़ा भारी बना हुआ था। उन्होंने शशिकला सिरीवर्धने (19) के साथ चौथे विकेट के लिये 37 रन जोड़े। इन दोनों ने स्ट्राइक रोटेट करके रन जुटाये। खातून ने सिरीवर्धने को आउट करके यह साझेदारी तोड़ी।
सुपरनोवाज को अंतिम तीन ओवर में 34 रन की जरूरत थी। हरमनप्रीत मांसपेशियों में खिंचाव के बावजूद डटी हुई थी लेकिन 19वें ओवर में सुपरनोवाज ने लगातार गेंदों पर अनुजा पाटिल (08) और हरमनप्रीत के विकेट गंवा दिये जिससे ट्रेलब्लेजर्स की जीत सुनिश्चित हो गयी। इससे पहले मंधाना ने पारी का दूसरा ओवर करने वाली आफ स्पिनर अनुजा पाटिल पर दो चौके जड़ने के बाद लांग ऑफ पर खूबसूरत छक्का लगाया। ट्रेलब्लेजर्स अगर पावरप्ले में 45 रन तक पहुंच पाया तो उसमें मंधाना का योगदान ही प्रमुख रहा।
मंधाना ने इसके बाद पूजा वस्त्राकर का स्वागत छक्के से किया लेकिन स्पिनरों ने जल्द ही रनों पर अंकुश लगा दिया। डियांड्रा डोटिन (32 गेंदों पर 20 रन) ने एक छोर संभाले रखा लेकिन वह स्ट्राइक रोटेट नहीं कर पायी। उन्हें एक जीवनदान भी मिला लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पायी और हवा में लहराता कैच देकर पवेलियन लौटी।
बीच में 32 गेंदों तक कोई बाउंड्री नहीं लगी। मंधाना ने पूनम यादव पर चौका और छक्का लगाकर चुप्पी तोड़ी और इस बीच 38 गेंदों पर अपना अर्धशतक भी पूरा किया लेकिन तानिया भाटिया ने बेहतरीन विकेटकीपिंग से उनकी पारी का अंत कर दिया जिससे ट्रेलब्लेजर्स की डैथ ओवरों की रणनीति को करारा झटका लगा।
आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करने वाली दीप्ति शर्मा भी केवल नौ रन बना पायी जबकि ऋचा घोष (10) ने भी चमारी अटापट्टू को कैच का अभ्यास कराया। राधा यादव ने इन दोनों को आउट करने के बाद आखिरी ओवर में सोफी एक्लेस्टोन (एक), हरलीन देओल (चार) और झूलन गोस्वामी (एक) को भी पवेलियन भेजा।
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