टोक्यो से दूर बुडापेस्ट में भारतीय पहलवान प्रिया मलिक ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है। हंगरी के बुडापेस्ट में चल रहे विश्व कैडेट चैंपियनशिप के आखिरी दिन प्रिया ने 73 किग्रा भारवर्ग के फाइनल मुकाबले में बेलारूस की पहलवान को 5-0 से शिकस्त दी।
प्रिया मलिक का रहा है स्वर्णिम इतिहास
प्रिया मलिक की 'गोल्डन' जीत चैंपियन भारोत्तोलक मीराबाई चानू के टोक्यो ओलंपिक में महिला 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीतने के एक दिन बाद हुई है। बुडापेस्ट में प्रिया मलिक की स्वर्णिम सफलता कोई मामूली उपलब्धि नहीं है, मलिक नियमित रूप से स्वर्ण पदक जीततीं आईं हैं। प्रिया मलिक ने 2019 में पुणे में आयोजित हुए खेलो इंडिया में स्वर्ण पदक जीता था, उसी वर्ष दिल्ली में आयोजित 17 वें स्कूल खेलों में भी मलिक ने स्वर्ण जीता था। इसे अलावा 2020 में आयोजित हुए नेशनल स्कूल गेम्स और नेशनल कैडेट चैंपियनशिप में भी प्रिया ने गोल्ड मेडल जीते थे।
इस बीच यह भी पता चला है कि इस शानदार जीत के दम पर प्रिया मलिक वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली एथलीट भी बन गई हैं। प्रिया मलिक के स्वर्णिम दौड़ से पहले, एक अन्य भारतीय पहलवान-वर्षा ने 65 किग्रा वर्ग में तुर्की की दुयगु जनरल को हराकर कांस्य पदक जीता था।