चोपड़ा और सिंधू सहित ओलंपिक पदक विजेता सम्मानित
By भाषा | Published: August 19, 2021 08:21 PM2021-08-19T20:21:51+5:302021-08-19T20:21:51+5:30
भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने वाले नीरज चोपड़ा सहित तोक्यो ओलंपिक के पदक विजेताओं का उत्तर प्रदेश सरकार ने बृहस्पतिवार को एक भव्य समारोह में सम्मानित किया। यहां अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में आयोजित भव्य समारोह में चोपड़ा को दो करोड़ रुपए की नकद पुरस्कार राशि दी गयी। उनके अलावा रजत पदक विजेता पहलवान रवि दहिया और भारोत्तोलक मीराबाई चानू को डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपए, जबकि कांस्य पदक विजेताओं बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू, मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन, पहलवान बजरंग पुनिया तथा भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सभी सदस्यों को एक-एक करोड़ रुपए की धनराशि प्रदान की गई। इसके अलावा तोक्यो ओलंपिक में चौथा स्थान प्राप्त करने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम के हर सदस्य को भी 50-50 लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी गई है। मीराबाई चानू के प्रशिक्षक उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद निवासी विजय शर्मा को 10 लाख रुपए. भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य प्रशिक्षक को 25 लाख रुपए और सहायक स्टाफ को 10-10 लाख रुपए दिए गए। इसके अलावा भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य प्रशिक्षक तथा सहायक स्टाफ को भी 10-10 लाख रुपए की राशि प्रदान की गयी। इसके अलावा एकल स्पर्धा में चौथा स्थान प्राप्त करने वाले कुश्ती खिलाड़ी दीपक पुनिया और गोल्फर अदिति अशोक को 50-50 लाख रुपये दिए गए हैं। इन खेलों में भाग लेने वाले उत्तर प्रदेश के 10 खिलाड़ियों को भी 25-25 लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया। मीराबाई चानू बुखार से पीड़ित होने के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकीं। भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने इस मौके पर कहा कि भारत एक खेल महाशक्ति बन रहा है। टोक्यो ओलंपिक्स में मिले नतीजे इसे जाहिर करते हैं। अगर हम उसी रास्ते पर आगे चलते रहे तो 2024 और 2028 के ओलंपिक में और अच्छे नतीजे सामने आएंगे।नीरज चोपड़ा ने राज्य सरकार विशेषकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया और दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों से मुखातिब होते हुए कहा कि आप में से ही अगले ओलंपिक के पदक विजेता बैठे हैं। आप देश का भविष्य हैं। रजत पदक विजेता पहलवान रवि दहिया ने निर्णायक मुकाबले में प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी द्वारा बाजू पर दांत काटे जाने का जिक्र करते हुए कहा "हर खिलाड़ी पदक जीतने के लिए आता है। अगर मैं यह देखता कि मेरी बाजू में दर्द हो रहा है और खून निकल आएगा तो यह होता कि पहले मैं अपने को बचा रहा हूं, लेकिन मैंने सोचा कि पूरा देश मुझे देख रहा है। तो मैंने सोचा कि चाहे कुछ भी हो जाए मुझे जीतना है।" भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा इस खेल को जिस तरह से बढ़ावा दिया जा रहा है वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक होगा।उन्होंने कहा, ‘‘ओलंपिक में हमारा बहुत अच्छा अनुभव रहा वहां पर काफी उतार-चढ़ाव आए लेकिन सबके मन में यही विश्वास था कि हमें पदक जीतना है। सेमीफाइनल में हारने के बाद हम सभी निराश थे लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हौसला अफजाई के बाद एक नई प्रेरणा मिली और टीम ने कांस्य पदक के रूप में उपलब्धि हासिल की।’’ मुक्केबाज लवलीना ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि खुद पर विश्वास रखना चाहिए तभी आप कामयाबी हासिल कर सकते हैं।
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