धोनी-पंकज आडवाणी को मिला पद्म भूषण, जानिए किन खिलाड़ियों को मिला पद्म श्री
By अभिषेक पाण्डेय | Published: January 26, 2018 03:50 PM2018-01-26T15:50:07+5:302018-01-26T15:56:17+5:30
धोनी और पंकज आडवाणी को इस साल का पद्म भूषण पुरस्कारों के लिए चुना गया है
पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी और बिलियर्ड्स के स्टार खिलाड़ी पंकज आडवाणी को देश के तीसरे सर्वोच्च सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है। धोनी के अलावा वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग 2017 के 48 किलो कैटिगरी की चैंपियन साईखोम मीराबाई चानू और एशियन गेम्स के गोल्ड मेडलिस्ट टेनिस खिलाड़ी सोमदेव देववर्मन को पद्म श्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। इसके अलावा पिछले साल चार सुपर सीरीज जीतने वाले पहले भारतीय बने स्टार बैडमिंट खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत और भारत के पहले पैरालंपिक गोल्ड मेडलिस्ट मुरलीकांत पेटकर को भी पद्म श्री से सम्मानित किया गया है।
दो वर्ल्ड कप जिताने वाले धोनी को मिला पद्म भूषण
भारत के महानतम कप्तानों में शुमार धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 का टी20 वर्ल्ड कप और 2011 का 50 ओवर का वर्ल्ड कप जीता था। धोनी को पद्म भूषण से पहले भी कई अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इससे पहले वह 2008 और 2009 में आईसीसी वनडे प्लेयर ऑफ द ईयर बन चुके हैं। धोनी को 2007 में खेल रत्न और 2009 में पद्म श्री से सम्मानित किया जा चुका है।
18 वर्ल्ड खिताब जीतने वाले पंकज आडवाणी को मिला पद्म भूषण
पंकज आडवाणी बिलियर्ड्स और स्नूकर के स्टार खिलाड़ी हैं। उन्होंने 2006 और 2010 के एशियन गेम्स में बिलियर्ड्स का गोल्ड मेडल जीता था। वह अब तक 18 बार वर्ल्ड चैंपियन रह चुके हैं। उन्होंने पिछले साल नवंबर में हुई वर्ल्ड स्नूकर चैंपियनशिप का खिताब भी जीता है। उन्हें 2006 में राजीव गांधी खेल रत्न और 2009 में पद्म श्री मिल चुका है।
मीराबाई चानू, सोमदेव, श्रीकांत और मुरलीकांत को मिला पद्म श्री
मणिपुर के वेटलिफ्टर मीराबाई चानू 2014 के ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं। लेकिन चानू ने असली कमाल पिछले साल वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग में रिकॉर्ड 194 किलोग्राम का वजन उठाते हुए गोल्ड मेडल जीतते हुए किया।
सोमदेवदेव वर्मन भारत के स्टार टेनिस खिलाड़ी रहे हैं। सोमदेव ने 2006 के एशियन गेम्स में टेनिस में पुरुष सिंगल्स का गोल्ड मेडल जीता था।
वहीं स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने पिछले साल चार सुपर सीरीज जीतते हुए इतिहास रच दिया था। श्रीकांत अभी दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी हैं। श्रीकांत को भारतीय बैडमिंटन का भविष्य माना जा रहा है।
इन तीनों के अलावा 1972 के पैरालंपिक में गोल्ड जीतकर इतिहास रचने वाले मुरलीकांत पेटकर को भी पद्म श्री के लिए चुना गया है।