Asian Games 2023: एशियन गेम्स में भारत अब तक 100 मेडल जीत चुका है. आगे अभी भी उम्मीद है कि भारत इसमें बढ़ोतरी करेगा. सोशल मीडिया पर भारत के लिए मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों की फोटो शेयर की जा रही हैं.
एक बार फिर पूर्व भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह और भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया सुर्खियां बटोर रहे हैं. दरअसल, पुनिया से भारत को हर बार की तरह उम्मीद थी कि वह भारत के लिए मेडल जीतने में कामयाब होंगे. लेकिन ऐशियन गेम्स में पुनिया भारत को मेडल जीता न पाए. पुनिया की हार को लेकर एक अलग तरह की बहश देश में छिड़ गई है.
कोई पुनिया के साथ खड़ा हो रहा है तो कोई उनके खिलाफ. पुनिया के खिलाफ खड़े होने वाले लोगों में सबसे पहले नाम पूर्व भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह का है. सिंह ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में हंसते हुए पुनिया पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि पुनिया का मेडल क्यों नहीं आया.इसे लेकर आज देश का बच्चा बच्चो बोल रहा है और हम क्या बोले.
उनके मेडल नहीं आने पर सोशल मीडिया बोल रहा है. उन्होंने आगे कहा कि यह दुखद है कि मेडल नहीं आया. 65 किलो की केटेगरी में गोल्ड मेडल आना चाहिए था. सिंह ने आगे कहा कि कुश्ती का खेल ऐसा है कि यहां किसी खिलाड़ी की बादशाहत अधिक दिनों तक नहीं चलती है. एक समय होता था कि खिलाड़ियों का बादशाहत चलती थी.
हमारे देश में कुश्ती इतनी मशहूर हो गई है और राज्य सरकार के साथ देश की सरकार दुनिया में सबसे ज्यादा सम्मान और पैसा देती है. दुनिया को कोई भी देश भारत इतना सम्मान और पैसा नहीं देता है.हालांकि बजरंग ने अपनी हार पर फिलहाल कोई ट्वीट नहीं किया है लेकिन पहलवान साक्षी मलिक उनके फेवर में आई हैं. उन्होंने वीडियो पोस्ट कर बजरंग का साथ दिया.
साक्षी मलिक ने कहा आंदोलन धरना आगे भी चलता रहेगा
पहलवान साक्षी मलिक ने एक वीडियो पोस्ट किया. उन्होंने कहा कि ऐशियान गेम्स में जब से बजरंग का प्रर्दशन ठीक नहीं रहा और वह मेडल नहीं जीत सका. तब से कुछ गलत मानसिकता को लोग उसके खिलाफ आ गए हैं. सोशल मीडिया पर गलत केपेंन और पोस्ट कर कमेंट कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश के लिए एक मेडल आ सकता था वह नहीं आया है इसका हमें दुख होना चाहिए.
लेकिन बजरंग की हार पर गलत मानसिकता वाले लोग यह भी साबित कर रहे हैं कि बृज भूषण शरण सिंह सही था. उन्होंने कहा कि कोर्ट में दिल्ली पुलिस ने साफतौर पर यह रखा है कि जब जब बृज भूषण शरण सिंह को मौका मिलता था वह महिला पहलवानों का शोषण करता था.
ट्रायल होनी चाहिए या नहीं होनी चाहिए यह एक अलग मुद्दा है. बजरंग ने अपने करियर को दांव पर लगाकर महिला पहलवानों का साथ दिया. यह सबके बस की बात नहीं है. हमारा आंदोलन सच्चा था और जब तक आरोपी को सजा नहीं मिल जाती आगे भी जारी रहेगा.
बजरंग को मिला हमसफर का साथ
बजरंग की हमसफर संगीता फोगाट ने भी एक फोटो ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा कि कोई फ़र्क नहीं पड़ता आप हारे हो या जीते हो हमें पता है आपने इस साल क्या खोया और क्या पाया है आप हमेशा से देश के लिए मेडल लाए हो और लाते रहोगे. कुछ लोग है जो सच्चाई से छुप कर आपकी बुराई कर रहे है. पर इसे हम रुकेंगे नहीं और आगे बढ़ते रहेगे जब तक हमे जीत नहीं मिल जाती और हमे आप पर गर्व है और हमेशा रहेगा.