जकार्ता, 28 अगस्त। इंडोनेशिया के जकार्ता और पालेमबांग में चल रहे 18वें एशियन गेम्स में भारतीय पुरुष टेबल टेनिस टीम को सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया से हारकर ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा। सेमीफाइनल मुकाबले में साउथ कोरिया की टीम ने भारत को 3-0 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
इससे पहले भारत टेबल टेनिस टीम ने सोमवार को क्वार्टर फाइनल में जापान को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था। एशियन गेम्स के इतिहास में यह पहली बार है जब भारत की टेबल टेनिस टीम सेमीफाइनल में पहुंची थी। पुरुष टेबल टेनिस टीम ने पहली बार एशियन गेम्स में कोई मेडल अपने नाम किया है। इससे पहले भारत कभी टेबल टेनिस में पदक नहीं जीत पाया था। लंबे समय तक चीन (61 स्वर्ण), जापान (20) और दक्षिण कोरिया (10) का ही इस खेल में दबदबा रहा है।
पांच मुकाबलों की इस स्पर्धा में भारतीय टीम अपने पहले तीन मुकाबलों में मिली हार के कारण फाइनल में स्थान हासिल करने से चूक गई। जी सातियान, अचंता शरत कमल और ए अमलराज की भारतीय टीम सेमीफाइनल में कोरियाई टीम को टक्कर नहीं दे सकी। फाइनल में कोरिया का समाना गत चैम्पियन चीन से होगा।
पहले मैच में भारत के उभरते हुए खिलाड़ी और विश्व रैंकिंग में 39वें स्थान पर काबिज सातियान गनाशेखरन ली सांग्सू से पहला सेट जीतने के बाद मैच गवां बैठे। सातियान यह मुकाबला 11-9, 9-11, 3-11, 3-11 से हार गए।
इसके बाद भारतीय टीम के 0-1 से पिछड़ने के बाद दूसरे मैच में भारत के अनुभवी शरत पर वापसी का दारोमदार था, लेकिन विश्व रैंकिंग में 33वें स्थान पर काबिज शरत यंग सिक जेओंग से 9-11, 9-11, 11-6, 11-7, 8-11 से हार गए।
तीसरे और निर्णायक मैच में भारत ने अमलराज 22 साल के कोरियाई खिलाड़ी वूजिन जांग ने 5-11, 7-11, 11-4, 7-11 से हार गए। जिससे कोरिया ने 3-0 से मैच अपने नाम कर लिया।