एशियन गेम्स का तीसरा दिन भारत के लिए रहा शानदार, गोल्ड सहित आये 5 मेडल, जानिए पूरे दिन का हाल
By भाषा | Published: August 21, 2018 10:58 PM2018-08-21T22:58:21+5:302018-08-21T23:53:22+5:30
किसान के बेटे 16 वर्षीय सौरभ चौधरी एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले सबसे युवा निशानेबाज बन गये।
पालेमबांग/जकार्ता, 21 अगस्त: एक स्कूली बच्चा अपनी परिपक्वता का परिचय देकर स्वर्ण पदक हासिल करता है, एक अनुभवी खिलाड़ी रजत पदक अपने नाम करता है और शौकिया तौर पर खेलने वाला एक वकील कांस्य पदक जीतने में सफल रहता है। यह कहानी है 18वें एशियाई खेल-2018 के तीसरे दिन की है जिसमें भारत की तरफ से निशानेबाजों ने दबदबा बनाये रखा।
किसान के बेटे 16 वर्षीय सौरभ चौधरी एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले सबसे युवा निशानेबाज बन गये। उन्होंने पालेमबांग में पुरूषों की 10 मीटर एयर पिस्टल में 240.7 अंक के खेलों के रिकार्ड के साथ यह विशिष्ट उपलब्धि हासिल की। इस बीच चौधरी ने ओलंपियन और विश्व चैंपियन निशानेबाजों को भी पीछे छोड़ा। इनमें वकील से निशानेबाज बने अभिषेक वर्मा भी शामिल थे जिन्होंने 219.3 का स्कोर बनाकर कांस्य पदक जीता।
अब बात करते हैं संजीव राजपूत की जिनका करियर और जिंदगी बलात्कार के आरोपों के कारण दुरूह बन गयी। इस 37 वर्षीय अनुभवी निशानेबाज ने पुरूषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में रजत पदक जीता। सामान्य परिस्थितियों में इसे थोड़ा निराशाजनक कहा जाता क्योंकि नीलिंग और प्रोन राउंड के बाद वह सबसे आगे थे लेकिन आज राजपूत ने उम्मीद जतायी कि अब उन्हें फिर से नौकरी मिल जाएगी। उन पर उनकी एक महिला साथी ने बलात्कार का आरोप लगाया जिसके बाद उनकी नौकरी भी चली गयी थी।
जीत के बाद राजपूत ने कहा, 'उम्मीद है कि अब मुझे नौकरी मिल जाएगी। देखते हैं क्या होता है।' भारत अब तक पदक तालिका में तीन स्वर्ण, तीन रजत और चार कांस्य सहित दस पदक लेकर सातवें स्थान पर है।
कुश्ती और सेपकटकरा से मेडल
कुश्ती में भारत को एक पदक मिला। दिव्या काकरान ने महिलाओं के 68 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता। यही नहीं सेपकटकरा में भी भारत ने कांस्य पदक सुरक्षित किया। भारत पालेमबांग में सेमीफाइनल में थाईलैंड से हार गया था लेकिन अंतिम चार में पहुंचने पर उसका कांस्य पदक पक्का हो गया।
भारतीय महिला हॉकी टीम ने चार खिलाड़ियों की हैट्रिक की बदौलत कजाखस्तान को 21-0 से हराकर लगातार दूसरी जीत दर्ज की। ग्रुप बी के इस मैच में भारत की 10 खिलाड़ियों ने गोल किए। वुशु में भी भारत ने कम से कम चार पदक पक्के किए। एक को छोड़कर भारत के सभी खिलाड़ी सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रहे।
पांच भारतीय सेंडा स्पर्धा के विभिन्न वर्ग में चुनौती पेश करने उतरे और उनमें से चार ने जीत के साथ पदक पक्का किया। नाओरेम रोशिबिनी देवी, संतोष कुमार, सूर्य भानु प्रताप सिंह और नरेंदर ग्रेवाल ने पदक पक्का किया। दत्तू बब्बन भोकानल ने पुरुष एकल स्कल्स के फाइनल राउंड में जगह बनाई जबकि पुरुष लाइटवेट फोर टीम भी रोइंग में खिताबी मुकाबले में जगह बनाने में सफल रही।
भारत की महिला और पुरूष कबड्डी टीमों ने भी जीत दर्ज करके सेमीफाइनल में जगह सुरक्षित की। पुरूष टीम ने दक्षिण कोरिया से 23-24 से मिली हार से उबरते हुए ग्रुप ए के अपने चौथे और अंतिम मैच में थाइलैंड को 49-30 से हराया। भारतीय महिला कबड्डी टीम ने आज दो मैच खेले और दोनों जीतकर ग्रुप ए में शीर्ष पर रहकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। महिला टीम ने दिन के पहले मैच में श्रीलंका को 38-12 से जबकि इंडोनेशिया को 54-22 से हराया।
पालेमबांग में टेनिस कोर्ट पर रोहन बोपन्ना और दिविज शरण की शीर्ष वरीयता प्राप्त जोड़ी पुरूष युगल के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रही। अंकिता रैना ने भी महिला एकल के अंतिम आठ में जगह बनायी।
दीपा अपनी पसंदीदा वॉल्ट स्पर्धा से बाहर
इस बीच निराशा भी हाथ लगी। जिम्नास्ट दीपा कर्माकर अपनी पसंदीदा वॉल्ट स्पर्धा के फाइनल में नहीं पहुंच पायी। ओलंपिक में इसी स्पर्धा में वह चौथे स्थान पर रहकर भारत भर में जिम्नास्टिक की रानी बन गयी थी। उन्होंने हालांकि बैलेंस बीम के फाइनल में जगह बनायी। तैराक वीरधवल खाड़े पुरूषों के 50 मीटर फ्रीस्टाइल में मामूली अंतर से पदक से चूक गये। वह 22.47 सेकेंड के साथ चौथे स्थान पर रहे।
भारतीय महिला वॉलीबाल टीम को पूल बी में वियतनाम से 0-3 से हार का सामना करना पड़ा। यह उसकी दूसरी हार है। महिला हैंडबाल टीम का लगातार चौथी हार के बाद अभियान समाप्त हो गया। भारत ग्रुप ए में अपने अंतिम मैच में उत्तर कोरिया से 19-49 से हार गया।