रूसी टेनिस स्टार आंद्रे रुबेव ने अनोखे अंदाज में की रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने की अपील, सामने आया वीडियो
By मनाली रस्तोगी | Published: February 26, 2022 10:44 AM2022-02-26T10:44:03+5:302022-02-26T10:48:42+5:30
रूसी टेनिस स्टार आंद्रे रुबेव ने अनोखे अंदाज में रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष को रोकने की अपील की। उन्होंने जिस अंदाज में अपील की है वो फैंस को काफी पसंद आ रहा है।
नई दिल्ली: दुबई में टेनिस चैंपियनशिप का सेमीफाइनल जीतने के बाद रूसी टेनिस स्टार आंद्रे रुबेव (Andrey Rublev) ने शुक्रवार को अनोखे अंदाज में रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष को रोकने की अपील की। उन्होंने जिस अंदाज में अपील की है वो फैंस को काफी पसंद आ रहा है। बता दें कि सोशल मीडिया में आंद्रे रुबेव का एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में रूसी टेनिस स्टार ने मैच जीतने के बाद कोर्ट पर लगे कैमरे के लेंस अपना खास लिखा। उन्होंने कैमरे के लेंस पर "नो वॉर प्लीज" लिखा।
बता दें कि रूस से UEFA ने चैंपियंस लीग फाइनल की मेजबानी वापस ले ली है, जिसके बाद कुछ रूसी खिलाड़ी भी आगे आकर रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने की अपील कर रहे हैं। इन्हीं चंद खिलाड़ियों में से एक हैं टेनिस स्टार आंद्रे रुबेव। वहीं, वीडियो की बात करें तो रुबेव ने अपना लगातार 8वां मैच जीतने के बाद कैमरे के लेंस पर अपना खास मैसेज लिखा। मालूम हो, यूक्रेन में रूस ने गुरुवार को मिलट्री ऑपरेशन की घोषणा की थी। वहीं, रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष पर दुनियाभर की नजरें टिकी हुई हैं।
Russian tennis player Andrey Rublev writes "No war please" on the camera following his advancement to the final in Dubai. pic.twitter.com/GQe8d01rTd
— TSN (@TSN_Sports) February 25, 2022
इस युद्ध को रोकने के लिए तमाम देश रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अपील कर रहे हैं। इस बीच अमेरिका ने एक असाधारण कदम उठाते हुए पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोव पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। इसके साथ ही अमेरिका ने उन्हें यूक्रेन पर "बिना उकसावे के और गैरकानूनी रूप से" हमला करने के लिए "सीधे तौर पर जिम्मेदार" भी ठहराया है। ऐसे में अमेरिका के वित्त विभाग ने अपने एक बयान में कहा कि अमेरिका के ये ताजा प्रतिबंध उन कार्रवाइयों से संबद्ध हैं जिसके तहत अमेरिका और उसके साझेदारों ने इस सप्ताह मॉस्को के सबसे बड़े वित्तीय संस्थानों के खिलाफ प्रतिबंधों समेत रूस की वित्तीय प्रणाली के अहम ढांचे को निशाना बनाया था।