इंसानियत जिंदा हैः इस महिला ने लौटाया सड़क पर मिला लाखों का सामान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 29, 2018 05:06 AM2018-12-29T05:06:05+5:302018-12-29T05:06:05+5:30
मेरे पर्स में कुछ हजार रुपये नकद, तीन एटीएम कार्ड, कुछ जरूरी कागजात थे। थोड़ी देर बाद मुझे याद आया कि उस पर्स में एक सोने की चेन और पैंडल भी था। मेरे तो होश उड़ गए।
जीवन में कई ऐसी घटनाएं होती हैं जो इंसानियत पर हमारा भरोसा कायम रखती हैं। वो साबित करती हैं कि अभी दुनिया अच्छे और ईमानदार लोगों से खाली नहीं हुई है। एक ऐसी ही घटना लिखकर भेजी है लोकमत न्यूज़ की पाठक गरिमा सिंह ने। उन्हीं के शब्दों में पढ़िए कि कैसे एक महिला ने लौटाया सड़क पर गिरा उनका लाखों का सामान...
'मैं गरिमा मुखर्जी नगर में यूपीएससी की तैयारी कर रही हूं। 22 दिसंबर की शाम को अपनी एक दोस्त के साथ मैं बाजार गई थी। लौटते वक्त मुझे एहसास हुआ कि जिस पर्स में मेरा सामान रखा हुआ था वो फटी हुई है। ध्यान से देखा तो उसमें मेरा पर्स नहीं था। मेरे पर्स में कुछ हजार रुपये नकद, तीन एटीएम कार्ड, कुछ जरूरी कागजात थे। थोड़ी देर बाद मुझे याद आया कि उस पर्स में एक सोने की चेन और पैंडल भी था। मेरे तो होश उड़ गए।'
'मैंने और मेरी दोस्त ने पीछे मुड़कर बहुत सारे लोगों से पूछा और पर्स की तलाश की लेकिन निराशा ही हाथ लगी। अंत में थक-हारकर हम लोगों ने पुलिस स्टेशन जाकर रिपोर्ट दर्ज करवाई। रूम पहुंचकर बुझे मन से घरवालों को सारी बात बताई। उस रात मैं सोने की कोशिश की कर रही थी लेकिन नींद मेरी आंखों से कोसों दूर थी।'
'मैंने नोटिस किया कि कोई लगातार मुझ मेल कर रहा है। मैंने मेल चेक किया तो उसमें लिखा था कि आपका पर्स सगुन मैम के पास है। मैंने तुरंत मेल करने वाले को अपना नंबर दिया। उसने कॉल करके बताया कि पर्स में चेन और पैसे सुरक्षित हैं। अगले दिन मैं उनसे मिलने गई तो पता चला उस ईमानदार महिला का नाम सगुन मिश्रा है और वो केडी कैम्पस में केमिस्ट्री की टीचर हैं। मैंने उन्हें पैसे और गिफ्ट देने की कोशिश की लेकिन उन्होंने साफ मना कर दिया लेकिन इसके बावजूद मैंने उनके साथ एक सेल्फी लेने से खुद को नहीं रोक सकी।'