परमबीर सिंह के पत्र पर पूर्व सीएम देवेंद्र फड़नवीस की पत्नी अमृता ने कहा, अभी चीजें दूर तक जाएंगी
By अनुराग आनंद | Published: March 21, 2021 07:14 AM2021-03-21T07:14:27+5:302021-03-21T07:23:40+5:30
महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने ट्वीट किया, 'सचिन वाझे का एंटीलिया केस और मनसुख हीरेन केस से सीधे कनेक्शन है। परमबीर सिंह जी डरे हुए हैं कि आंच उन तक भी पहुंचेगी। उन्होंने खुद को बचाने के लिए ये गलत आरोप लगाए हैं।'
मुंबई: भाजपा नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस फड़नवीस की पत्नी अमृता फड़नवीस ने शनिवार को संकेत दिया कि राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों के दूरगामी नतीजे होंगे।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘जिस तरह से चीजें शुरू हुई हैं, यह दूर तक जाएंगी। राजा को बचाने के लिए आखिर कितनों को बलि देनी होगी।’’ मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह ने शनिवार को दावा किया कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख चाहते हैं कि पुलिस अधिकारी हर महीने बार और होटलों से कम से कम 100 करोड़ रुपये की वसूली करें। हालांकि, देखमुख ने इस आरोप को खारिज कर दिया है।
पूरे मामले पर अनिल देशमुख का भी बयान आया-
वहीं, पूरे मामले पर अनिल देशमुख का भी बयान आया है। उन्होंने परमबीर सिंह के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि खुद को बचाने के लिए पूर्व पुलिस कमिश्नर ऐसे आरोप लगा रहे हैं।
परमबीर सिंह की ओर आरोप लगाए जाने के ठीक बाद अनिल देशमुख ने ट्वीट किया, 'सचिन वाझे का एंटीलिया केस और मनसुख हीरेन केस से सीधे कनेक्शन है। परमबीर सिंह जी डरे हुए हैं कि आंच उन तक भी पहुंचेगी। उन्होंने खुद को बचाने के लिए ये गलत आरोप लगाए हैं।'
बता दें कि बुधवार को परमबीर सिंह का तबादला कर दिया गया था। उनकी जगह वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हेमंत नागराले को नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया था। परमबीर सिंह का राज्य के होमगार्ड विभाग में तबादला कर दिया गया है।
परमबीर सिंह की चिट्ठी में लोकमत का जिक्र
उद्धव ठाकरे को लिखी चिट्ठी में परमबीर सिंह ने 'लोकमत' का भी जिक्र किया है और अनिल देशमुख के उस बयान की भी चर्चा की है जिसमें गृह मंत्री ने कहा था कि पुलिस से कुछ गंभीर गलतियां हुई हैं और वे माफी लायक नहीं हैं।
दरअसल, 'लोकमत महाराष्ट्रीय ऑफ द ईयर' समारोह में अनिल देशमुख ने कहा था कि मुंबई पुलिस आयुक्त कार्यालय और आयुक्त के सहकर्मियों से गंभीर गलतियां हुई हैं जो माफ करने योग्य नहीं है। इसीलिए पुलिस आयुक्त पद से परमबीर सिंह का तबादला किया गया।
परमबीर सिंह ने अपनी चिट्ठी में एक जगह लिखा है कि अनिल देशमुख ने सचिन वाझे से कहा था कि मुंबई में 1750 बार, रेस्टोरेंट और दूसरी चीजें हैं। इससे अगर हर महीने 2 से 3 लाख रुपये कलेक्ट किए जाएं तो हर महीने 40 से 50 करोड़ मिल जाएंगे। बाकी अन्य माध्यमों से भी रुपये कलेक्ट किए जा सकते हैं।