महाराष्ट्र चुनाव: पंकजा मुंडे पर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में राकांपा नेता धनंजय के खिलाफ एफआईआर दर्ज
By भाषा | Published: October 21, 2019 02:49 AM2019-10-21T02:49:38+5:302019-10-21T02:49:38+5:30
मंत्री के खिलाफ राकांपा नेता की टिप्पणी वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके बाद बीड जिले के परली से ताल्लुक रखने वाले एक भाजपा नेता ने शनिवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
महाराष्ट्र की मंत्री एवं अपनी चचेरी बहन पंकजा मुंडे के बारे में एक चुनावी रैली में कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में राकांपा नेता धनंजय मुंडे के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई है। पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंत्री के खिलाफ राकांपा नेता की टिप्पणी वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके बाद बीड जिले के परली से ताल्लुक रखने वाले एक भाजपा नेता ने शनिवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
राकांपा नेता ने हालांकि कहा कि जो वीडियो वायरल हुआ है, उससे जानबूझकर छेड़छाड़ की गई है और वह फर्जी है। उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी को ‘‘तोड़ा-मरोड़ा’’ गया है ताकि उन्हें बदनाम किया जा सके। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिए उनके प्रतिद्वंद्वियों ने उन्हें ‘‘खलनायक’’ के रूप में पेश करने के लिए उनकी टिप्पणी को ‘‘तोड़ा-मरोड़ा’’ है। रविवार को महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने भी विधानपरिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे की टिप्पणी पर स्वत: संज्ञान लिया।
आयोग की अध्यक्ष विजया रहातकर ने औरंगाबाद में संवाददाताओं से कहा कि राकांपा नेता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दोनों चचेरे भाई-बहन परली से चुनाव मैदान में हैं। धनंजय राकांपा से तो पंकजा भाजपा की उम्मीदवार हैं। मौजूदा भाजपा विधायक पंकजा मुंडे पार्टी के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे की पुत्री हैं। पंकजा ने 2014 के विधानसभा चुनाव में धनंजय को हराया था। महाराष्ट्र में सोमवार को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा।
परली थाने के प्रभारी पुरुषोत्तम चौबे ने कहा, ‘‘परली भाजपा अध्यक्ष जुगल किशोर लोहिया की शिकायत पर शनिवार देर रात धनंजय मुंडे के खिलाफ भादंसं की धारा 500 (मानहानि), 509 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के लिए शब्द, हावभाव का इस्तेमाल)’’ और 294 (सार्वजनिक स्थल पर अश्लील कृत्य) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।’’ लोहिया ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि धनंजय ने पंकजा के खिलाफ 17 अक्टूबर को केज तहसील के विडा गांव में एक सार्वजनिक सभा के दौरान अश्लील टिप्पणी की।
भाजपा ने इस बारे में निर्वाचन आयोग और महिला आयोग से भी शिकायत की है। कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने यहां शनिवार रात शिरुर-कसार तहसील में राकांपा नेता का पुतला भी फूंका। महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग अध्यक्ष रहातकर ने कहा, ‘‘हमें कोई शिकायत नहीं मिली है लेकिन धनंजय मुंडे की टिप्पणी प्रथम दृष्टया आपत्तिजनक प्रतीत होती है। हम जांच करके उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।’’ इस बीच, धनंजय मुंडे ने रविवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘‘जानबूझकर’’ उनकी छवि खराब करने और उन्हें ‘‘खलनायक’’ के रूप में पेश करने के लिए उनकी टिप्पणियों को ‘‘तोड़-मरोड़कर’’ सोशल मीडिया पर एक क्लिप वायरल की जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘विडा में दिए गए मेरे भाषण के साथ छेड़छाड़ की गई है। यह (प्रतिद्वंद्वियों द्वारा) मुझे खलनायक बनाकर चुनाव जीतने का खुला प्रयास है।’’ धनंजय ने कहा, ‘‘मैं राजनीति में अपने खुद के दम पर सफल हुआ हूं। मैंने परली सीट का (2009 का उदाहरण देते हुए जब गोपीनाथ मुंडे ने अपनी बेटी को चुनाव मैदान में उतारा था) पंकजा मुंडे के लिए बलिदान कर दिया था।’’ राकांपा नेता ने रेखांकित किया कि उन्होंने विडा में गुरुवार को भाषण दिया था और क्लिप शनिवार को वायरल हुई।
उन्होंने कहा, ‘‘शिकायतकर्ता ने मेरे भाषण की सीडी जमा नहीं की है और न ही पुलिस ने इसे प्रमाणित किया है। हमने भी इस विवाद पर शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने यह दर्ज नहीं की। विडा में दिए गए मेरे भाषण से छेड़छाड़ की गई और इस काम को हाल में भाजपा में प्रवेश करने वालों ने अंजाम दिया है।’’
राकांपा नेता ने कहा, ‘‘मैंने अपनी बहन का नाम नहीं लिया, मैंने कभी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया जिससे बहन-भाई के संबंधों पर असर पड़े। यह मेरे राजनीतिक करियर को खत्म करने का प्रयास है। हमारे परिवार में महिला सदस्यों की संख्या काफी है... मैं ऐसी कोई टिप्पणी नहीं करूंगा जो महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाती हो।’’
इससे पहले शनिवार देर रात, धनंजय मुंडे ने फेसबुक पर एक बयान में कहा कि उनकी टिप्पणियों को ‘‘तोड़ा-मरोड़ा’’ गया है और वायरल वीडियो फर्जी है। उन्होंने कहा कि ‘‘संपादित’’ क्लिप की प्रामाणिकता की जांच फॉरेंसिक प्रयोगशाला में कराई जानी चाहिए। राज्य विधान परिषद में नेता विपक्ष ने कहा कि जिन लोगों ने वीडियो को संपादित किया है, उन्हें कम से कम बहन-भाई के पवित्र रिश्ते का तो सम्मान करना चाहिए था।
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव को भावनात्मक तरीके से प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है क्योंकि उन्हें लोगों से अच्छा समर्थन मिल रहा है। इससे उनके प्रतिद्वंद्वियों के मन में हार का भय उत्पन्न हो गया है। पंकजा मुंडे टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थीं। भाषा अमित अविनाश अविनाश