Maharashtra: बीजेपी नेताओं ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा, कहा पीएम मोदी को सौंपेंगे रिपोर्ट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 25, 2021 02:08 PM2021-07-25T14:08:08+5:302021-07-25T14:14:26+5:30
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दारेकर ने आज बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया।
महाराष्ट्र के कई भागों में पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश देखी गई। कोंकण में रायगढ़, रत्नागिरी और पश्चिमी महाराष्ट्र के सतारा, सांगली और कोल्हापुर जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति लगातार बनी हुई है। इस बीच महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दारेकर आज बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी आज रत्नागिरी जिले में चिपलून का दौरा करेंगे। रायगढ़ जिले में महाड तालुके में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद मुहैया करवाने का आश्वासन दिया उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर वह प्रधानमंत्री मोदी को रिपोर्ट सौपेंगे।
Maharashtra | Union Minister Narayan Rane & former CM Devendra Fadnavis visit Taliye landslide site in Raigad
— ANI (@ANI) July 25, 2021
Rane ji will be reporting the situation here to the PM. Teams of National Disaster Response Force & SDRF are conducting rescue operation at the site, says the former CM pic.twitter.com/CvOLZeoa1z
सीएम उद्धव ठाकरे आज जाएंगे चिपलून
वहीं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आज बाढ़ प्रभावित चिपलून का दौरा करेंगे। सीएम उद्धव ठाकरे रत्नागिरी जिले में चिपलून बाजार और बाढ़ प्रभावित इलाके का निरीक्षण करने के बाद सतारा जिले में बारिश से हुए नुकसान की समीक्षा करेंगे। महाराष्ट्र में रायगढ़ और सातारा जिलों सहित कुछ जगहों पर भूस्खलन से भारी जनहानि हुई है। शनिवार से बारिश का पानी कम होने से विभिन्न जिलों में चालू राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी आई है।
बारिश से कोंकण-पश्चिम महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित
कोंकण और पश्चिम महाराष्ट्र में बारिश थमने से लोगों को राहत जरूर मिली है, लेकिन कोल्हापुर और सांगली जिलों में स्थिति जस की तस बनी हुई है। कई नदियां अभी भी खतरनाक स्तर पर बह रही हैं। बाढ़ की वजह से हर तरफ कीचड़ और गंदगी फैली हुई है, जिससे बिमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है।