भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा," मैं मध्यप्रदेश में सरकार नहीं परिवार चलाता हूँ। हमारा सपना था कि प्रदेश के गरीब, निम्न मध्यम वर्गीय और मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों को भी देश-दुनिया के बेहतर स्कूलों जैसे स्कूल उपलब्ध हों।"
उन्होंने कहा कि इन परिवारों के बच्चों की योग्यता कम नहीं हैं इन्हें अपने आस-पास ही अच्छी शिक्षा के अवसर मिले और वे अपने सपने साकार कर सकें, इस उद्देश्य से ही राज्य सरकार ने सीएम राइज स्कूल की परिकल्पना की और अब पूरे प्रदेश में इसका क्रियान्वयन जारी है।
प्रधानमंत्री द्वारा लागू नई शिक्षा नीति के प्रदेश में क्रियान्वयन में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। स्कूल शिक्षा हो, महाविद्यालयीन स्तर या विदेश में शिक्षा प्राप्त करनी हो या प्रतियोगी परीक्षाओं का सामना करना हो राज्य सरकार हर कदम पर विद्यार्थियों के साथ है।
मुख्यमंत्री चौहान ने भोपाल के भेल (बरखेड़ा) में 81 करोड़ 12 लाख रुपए की लागत से बनने वाले सीएम राइज शासकीय महात्मा गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन के भूमि पूजन किया।
लगभग 5 लाख विद्यार्थियों को साइकिल लेने के लिए उनके खातों में 207 करोड़ रूपए सिंगल क्लिक से अंतरित किये तथा विद्यार्थियों से बातचीत की। राज्य स्तरीय कार्यक्रम से प्रदेश के सभी जिलों के विद्यार्थी वर्चुअली जुड़े।
अच्छी शिक्षा जीवन में आगे बढ़ने का आधार है
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अच्छी शिक्षा जीवन में आगे बढ़ने का आधार है। एक समय था जब प्रदेश में शालाओं के लिए भवन नहीं थे। हमारी सरकार बेहतर स्कूल उपलब्ध कराने के लिए आरंभ से ही प्रतिबद्ध रही है।
इसी का परिणाम है कि प्रदेश में क्रमबद्व रूप से प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शालाओं के भवन बनाए गए। कोविड काल में विषय विशेषज्ञों और शिक्षाविदों से विचार विमर्श कर सीएम राइज स्कूल की योजना बनाई गई।
इस योजना के परिणामस्वरूप ही भेल बरखेड़ा स्थित सीएम राइज शासकीय महात्मा गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का भूमिपूजन हो रहा है।
प्रदेश में निर्मित होने वाले सभी सीएम राइज स्कूल में स्मार्ट क्लास, लायब्रेरी, प्रयोगशाला, खेल मैदान, खेल सुविधाओं के साथ-साथ स्वीमिंग पूल की भी व्यवस्था होगी।
हमारी सरकार गरीब परिवारों के बच्चों को पढ़ाई की श्रेष्ठतम सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ है। इन परिवारों के बच्चों को आगे बढ़ने का हर मौका उपलब्ध होगा।
सायकिल के लिए प्रति विद्यार्थी 4 हजार 500 रुपए जारी
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हम अपनी प्रतिभा के बल पर हर परिस्थिति में आगे बढ़ सकते हैं। राज्य शासन ने विद्यार्थियों के लिए मिड-डे मील, बेटा-बेटियों को स्कूल जाने के लिए सायकिल, बारहवीं कक्षा में 75 प्रतिशत अंक लाने पर लैपटॉप उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। यह विद्यार्थियों के लिए भी सहायता भी है और प्रोत्साहन भी।
आज लगभग 5 लाख विद्यार्थियों के खातों में सायकिल के लिए प्रति विद्यार्थी 4 हजार 500 रूपए के मान से राशि जारी की गई है। इस राशि से विद्यार्थी अपनी पसंद से सायकिल लें।
इससे उनका स्कूल आना-जाना आसान होगा और पढ़ाई के लिए अधिक समय मिलेगा। इसी क्रम में जो विद्यार्थी अपने-अपने स्कूल में कक्षा बारहवीं में प्रथम आएं हैं उन्हें इस माह की 23 तारीख को स्कूटी के लिए राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
मैं किसी के सपने टूटने नहीं दूंगा: सीएम
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हम किसी की आँख में आंसू नहीं आने देंगे- मैं किसी के सपने टूटने नहीं दूंगाकिसी का परिश्रम व्यर्थ नहीं जाएगा। बहनों के खातों में एक-एक हजार रूपए प्रतिमाह जारी किए जा रहे हैं।
जो विद्यार्थी मेडिकल, इंजीनियरिंग, आईआईएम, लॉ की पढ़ाई की करना चाहते हैं और आगे अध्ययन के लिए अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों में जाना चाहते हैं, उनकी फीस राज्य सरकार भरवाएगी।
प्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिन्दी में कराने की व्यवस्था भी की गई है। कोई भी प्रतिभाशाली विद्यार्थी पैसे की कमी के कारण उच्च शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। यह विद्यार्थी ही प्रदेश और देश को आगे बढ़ाएंगे और भारत को विश्व का नंबर वन राष्ट्र बनाएंगे।