रामचरितमानस विवाद पर विधानसभा में बोले योगी आदित्यनाथ, कहा- ताड़ना का मतलब देखने से होता है
By राजेंद्र कुमार | Published: February 25, 2023 05:12 PM2023-02-25T17:12:34+5:302023-02-25T17:15:27+5:30
सदन में मुख्यमंत्री योगी ने रामचरितमानस में लिखे ताड़ना शब्द का अर्थ बताते हुए मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस ग्रंथ ने सदियों से हिंदू समाज को एकजुट रखा है। आज उनका अपमान हो रहा है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में रामचरितमानस में लिखी कुछ पंक्तियों को लेकर हो रहे विवाद पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को सदन में बोले। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारे धर्मग्रंथों की गलत व्याख्या कर हिंदुओं को अपमानित किया जा रहा है। तुलसीदास रचित रामचरितमानस को फाड़ने का काम किया गया है। फिर उन्होंने कहा कि अवधी और बुंदेलखंडी में लिखे गए शब्द 'ताड़ना' का अर्थ देखना होता है किसी को मारना नहीं। इसी प्रकार रामचरितमानस जैसे ग्रंथ में लिखे गए शब्द 'शूद्र' का भी गलत अर्थ निकाला गया है। शूद्र का मतलब श्रमिक से है किसी जाति से नहीं।
सदन में मुख्यमंत्री योगी ने रामचरितमानस में लिखे ताड़ना शब्द का अर्थ बताते हुए मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस ग्रंथ ने सदियों से हिंदू समाज को एकजुट रखा है। आज उनका अपमान हो रहा है। अगर यही बातें किसी अन्य धर्म ग्रंथों के बारे में कही गई होतीं तो न जाने क्या हो जाता। आज जिसकी मर्जी आए वो हिंदुओं को अपमानित कर रहा है।
रामचरितमानस को फाड़ने का काम किया गया। अगर यही किसी अन्य धर्म के ग्रंथ के साथ किया गया होता तो न जाने क्या हो जाता। यह कहते हुए मुख्यमंत्री योगी ने एक घटना का जिक्र किया। उन्होने कहा कि मैं मॉरीशस में प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शामिल होने के लिए गया था। मैंने उनसे पूछा कि आपके पास भारत से लाई गई कोई धरोहर है तो उन्होंने रामचरितमानस दिखाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास का जन्म चित्रकूट में हुआ था। हमें इस बात का गर्व करना चाहिए कि यूपी राम की धरती है, कृष्ण की धरती है। संगम की धरती है लेकिन ग्रंथों में लिखे शब्दों की गलत व्याख्या कर हिंदुओं का अपमान किया जा रहा है। यह शर्मनाक है। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि विरासत में सत्ता तो मिल सकती है लेकिन बुद्धि नहीं मिल सकती है।