लाइव न्यूज़ :

योगी आदित्यनाथ का बड़ा फैसलाः मध्य और पश्चिमी यूपी को ऑटो उद्योग का हब बनाने का दिया निर्देश, 19 से 20 अरब डॉलर होगा खर्च

By भाषा | Updated: November 27, 2022 12:37 IST

उत्तर प्रदेश में बने इलेक्ट्रिक वाहनों और ऑटो कलपुर्जों की ब्रिटेन, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण एशिया में आपूर्ति की जाएगी। बयान के मुताबिक, राज्य सरकार ने ऑटो क्षेत्र में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) को बढ़ावा देने के लिए आगरा, शाहजहांपुर, अलीगढ़, प्रयागराज, सहारनपुर और इटावा को चुना है...

Open in App
ठळक मुद्देयोगी ने कहा है कि संसाधनों की उपलब्धता बढ़ाने से इस उद्योग में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित होंगे।पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश में ऑटो उद्योग के विकास के लिए नौ से दस हजार एकड़ जमीन की जरूरत पड़ेगी।इसके लिए प्रदेश सरकार 19 से 20 अरब डॉलर खर्च करेगी।

लखनऊः  उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश को ऑटो और इलेक्ट्रिक वाहन उद्योगों के हब में बदलने का फैसला किया है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश में ऑटो और इलेक्ट्रिक वाहन उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए पहले से ही पर्याप्त संसाधन हैं। इसमें कहा गया है कि इन उद्योगों को संसाधनों की उपलब्धता बढ़ाने की जरूरत है, क्योंकि ऑटो क्षेत्र में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है।

बयान के मुताबिक, योगी ने कहा है कि संसाधनों की उपलब्धता बढ़ाने से इस उद्योग में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित होंगे। बयान में एक रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि वर्ष 2019 में ऑटो उद्योग में उत्तर प्रदेश का ग्रोथ स्टेट वैल्यू एडिशन (जीएसवीए) डेढ़ अरब डॉलर था, जिसे अगले पांच वर्ष में बढ़ाकर पांच अरब डॉलर किया जा सकता है। बयान के अनुसार, पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश में ऑटो उद्योग के विकास के लिए नौ से दस हजार एकड़ जमीन की जरूरत पड़ेगी, जिसके लिए प्रदेश सरकार 19 से 20 अरब डॉलर खर्च करेगी।

इसमें कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में बने इलेक्ट्रिक वाहनों और ऑटो कलपुर्जों की ब्रिटेन, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण एशिया में आपूर्ति की जाएगी। बयान के मुताबिक, राज्य सरकार ने ऑटो क्षेत्र में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) को बढ़ावा देने के लिए आगरा, शाहजहांपुर, अलीगढ़, प्रयागराज, सहारनपुर और इटावा को चुना है, जबकि गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, लखनऊ, हापुड़, कानपुर नगर और मेरठ का चयन बड़े उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। 

टॅग्स :योगी आदित्यनाथउत्तर प्रदेश
Open in App

संबंधित खबरें

भारतUP: बूथ पर बैठकर मंत्री और विधायक SIR का फार्म भरवाए, सीएम योगी ने दिए निर्देश, राज्य में 15.44 करोड़ मतदाता, पर अभी तक 60% से कम ने फार्म भरे गए

ज़रा हटकेVIDEO: सीएम योगी ने मोर को अपने हाथों से दाना खिलाया, देखें वीडियो

भारतयूपी में निजी संस्थाएं संभालेंगी 7,560 सरकारी गोआश्रय स्थल, पीपीपी मॉडल पर 7,560  गोआश्रय स्थल चलाने की योजना तैयार

भारतमुजफ्फरनगर की मस्जिदों से 55 से ज्यादा लाउडस्पीकर हटाए गए

क्राइम अलर्टEtah Accident: तेज रफ्तार ट्रक का कहर, दो मोटरसाइकिल को मारी टक्कर, तीन लोगों की मौत

भारत अधिक खबरें

भारतमहाराष्ट्र महागठबंधन सरकारः चुनाव से चुनाव तक ही बीता पहला साल

भारतHardoi Fire: हरदोई में फैक्ट्री में भीषण आग, दमकल की गाड़ियां मौके पर मौजूद

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतWest Bengal: मुर्शिदाबाद में ‘बाबरी शैली की मस्जिद’ के शिलान्यास को देखते हुए हाई अलर्ट, सुरक्षा कड़ी

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित