यति नरसिंहानंद ने कहा, 'मुस्लिम योजनाबद्ध तरीके से कई बच्चों को पैदा करके अपनी आबादी बढ़ा रहे हैं'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 18, 2022 04:11 PM2022-04-18T16:11:13+5:302022-04-18T16:14:37+5:30
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के मुबारकपुर में अखिल भारतीय संत परिषद की ओर से आयोजित तीन दिवसीय 'धर्म संसद' में यति नरसिंहानंद ने कहा कि मुस्लिम योजनाबद्ध तरीके से कई बच्चों को पैदा करके अपनी आबादी को तेजी से बढ़ा रहे हैं।
ऊना: डासना मंदिर के महंत और हेट स्पीच के मामले में बेल पर रिहा चल रहे यति नरसिंहानंद ने हिमाचल प्रदेश के अखिल भारतीय संत परिषद में शामिल होकर एक बार फिर से सनसनी मचा दी है। अपने विवादास्पद और गैरजिम्मेदाराना बयान के कारण जेल की हवा खाने और कोर्ट में केस का सामना करने वाले नरसिंहानंद ने एक बार फिर अल्पसंख्यकों पर हमला किया है।
ऊना जिले के मुबारकपुर में अखिल भारतीय संत परिषद की ओर से आयोजित तीन दिवसीय 'धर्म संसद' के पहले दिन यति नरसिंहानंद ने कहा कि मुस्लिम योजनाबद्ध तरीके से कई बच्चों को पैदा करके अपनी आबादी को तेजी से बढ़ा रहे हैं।
वहीं इस धर्म संसद में शामिल हुए एक अन्य संत यति सत्यदेवानंद सरस्वती ने नरसिंहानंद के बात से सहमति जताते हुए कहा है कि हिंदुओं को मानवता, सनातन धर्म और अपने परिवार की रक्षा के लिए ज्यादा बच्चे पैदा करने चाहिए। इसके साथ ही सरस्वती ने यह भी कहा, "देश में मुसलमानों की बढ़ती आबादी हिंदुओं के पतन का कारण बन रही है। हिंदुओं को परिवार की रक्षा के लिए और सनातन धर्म की रक्षा के लिए अधिक से अधिक बच्चों को जन्म देना चाहिए।"
यति सत्यदेवानंद सरस्वती ने कहा, "हिंदू समाज विलासिता और भोग के चक्कर में फंसकर लगातार गिरावट की जा रहा है। हमें अपने समाज की रक्षा के लिए एकजुट होना होगा, तभी हम रहेंगे और हमारा सनातन धर्म रहेगा।" वहीं यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा, "एक समय था जब अमरनाथ और माता वैष्णो देवी की तीर्थयात्रा पर मुस्लिम समुदाय द्वारा पथराव किया जाता था। लेकिन आज ऐसा नहीं है।"
नरसिंहानंद नने कहा कि देश में ऐसी खराब स्थिति है कि राम नवमी और हनुमान जयंती के मौके पर निकले जुलूस पर पथराव हो रहा है। हिंदू समाज के लिए इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है।
यति नरसिंहानंद सरस्वती ने देश भर के अन्य हिंदू धर्मगुरुओं के हिमाचल प्रदेश के ऊना में आयोजित धर्म संसद में भाग लेने के लिए पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने वही विषैला राग अलापा है और फिर से अल्पसंख्यों के बारे में आपत्तिजनक बाते कही हैं।
नरसिंहानंद ने हिंदुओं से खुलेआम एक धर्म विशेष के खिलाफ हथियार उठाने का आह्वान किया। इतना ही नहीं बैठक में शामिल वक्ताओं ने अल्पसंख्यकों के कथित तौर पर हत्या की बात भी कही।
मालूम हो कि जनवरी 2022 में आयोजित हरिद्वार धर्म संसद में यति नरसिंहानंद और वसीम रिजवी ऊर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी ने मुसलमानों के खिलाफ नरसंहार जैसी बाते कही थीं। जिसके कारण नरसिंहानंद और वसीम रिजवी को गिरफ्तार भी किया गया था और नरसिंहानंद को कोर्ट ने 18 फरवरी को जमानत पर रिहा किया था।
जानकारी के मुताबिक नरसिंहानंद की जमानत शर्तों में कोर्ट ने यह भी शर्त जोड़ी है कि वो इस तरह के किसी आयोजन में भाग नहीं लेंगे। लेकिन उसके बावजूद यति अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।