World Chess Championship 2024: डी गुकेश धमाल-कमाल और चैंपियन?,चीन के डिंग लिरेन को हराकर 18 साल की उम्र में विश्व विजेता!, 6.5 के मुकाबले 7.5 अंक के साथ खिताब जीता
By सतीश कुमार सिंह | Published: December 12, 2024 07:08 PM2024-12-12T19:08:53+5:302024-12-12T19:15:59+5:30
World Chess Championship 2024: विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतने के बाद डी गुकेश ने कहा कि मैं पिछले 10 वर्षों से इस पल का सपना देख रहा था।
World Chess Championship 2024: भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश बृहस्पतिवार को यहां रोमांचक 14वीं और आखिरी बाजी में गत चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को हराकर 18 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बने। गुकेश ने 14 बाजी के इस मुकाबले की आखिरी क्लासिकल बाजी जीतकर लिरेन के 6.5 के मुकाबले जरूरी 7.5 अंक के साथ खिताब जीता। यह बाजी हालांकि अधिकांश समय ड्रॉ की ओर जाती दिख रही थी। बृहस्पतिवार को गुकेश की खिताबी जीत से पहले रूस के दिग्गज गैरी कास्पारोव सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन थे।
India's 18-year-old GM D Gukesh becomes youngest world chess champion after beating Ding Liren of China in 14th and last game of summit clash.
— Press Trust of India (@PTI_News) December 12, 2024
PTI INFOGRAPHICS | Indian Grandmaster D Gukesh on Thursday became the youngest world chess champion at 18 years after beating title-holder Ding Liren of China in the 14th and last game of a thrilling showdown here.
Gukesh secured the requisite 7.5 points as against 6.5 of Liren… pic.twitter.com/D3ZhLvAb0l— Press Trust of India (@PTI_News) December 12, 2024
जिन्होंने 1985 में अनातोली कार्पोव को हराकर 22 साल की उम्र में खिताब जीता था। गुकेश इस साल की शुरुआत में कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने के बाद विश्व खिताब के लिए चुनौती पेश करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे। वह दिग्गज विश्वनाथन आनंद के बाद वैश्विक खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय हैं। पांच बार के विश्व चैंपियन आनंद ने अपना आखिरी खिताब 2013 में जीता था।
Gukesh D wins the 2024 FIDE World Championship, becomes the youngest world champion in history.
— ANI (@ANI) December 12, 2024
(Pic: International Chess Federation (FIDE)/X) pic.twitter.com/aJ1urZMR8e
विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतने के बाद डी गुकेश ने कहा कि मैं पिछले 10 वर्षों से इस पल का सपना देख रहा था। मुझे खुशी है कि मेरा यह सपना पूरा हुआ। मैं थोड़ा भावुक हो गया था क्योंकि मुझे जीत की उम्मीद नहीं थी। लेकिन फिर मुझे आगे बढ़ने का मौका मिला।