बेंगलुरुः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने कर्नाटक में भाजपा सरकार पर कथित तौर पर प्रहार करते हुए कहा है कि अगर कर्नाटक की कोई महिला नौकरी चाहती है तो उसे किसी के साथ सोना पड़ेगा और पुरुष रिश्वत देकर नौकरी पा सकते हैं। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने महिलाओं की गरिमा कम करने वाले बयान को लेकर प्रियांक की आलोचना की।
खड़गे ने भर्ती घोटालों की न्यायिक जांच या एसआईटी से जांच कराने की मांग की और सरकार से फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने की मांग की। खड़गे ने कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के शासनकाल में बिना रिश्वत दिए किसी को रोजगार नहीं मिल सकता।
पूर्व मंत्री खड़गे के इस बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि खड़गे को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। खड़गे ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था, “इस सरकार में आपको सरकारी नौकरी पाने के लिए पैसा देना पड़ता है। इस सरकार के दो मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं।”
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग को उनसे (प्रियांक से) सवाल पूछना चाहिए। कांग्रेस का नेतृत्व एक महिला नेता द्वारा किये जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा को इस तरह की घृणित टिप्पणी करने को लेकर उन्हें (प्रियांक को) फटकार लगानी चाहिए।
राज्य के पूर्व मंत्री प्रियांक ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कन्नड़ में कहा था कि कर्नाटक में भाजपा सरकार ‘लंचा-मंचा (रिश्वतखोर सरकार)’ हो गई है। उन्होंने ‘सेक्स फॉर जॉब’ कांड में कथित संलिप्तता को लेकर जल संसाधन मंत्री रमेश जारकीहोली के इस्तीफे का हवाला देते हुए यह कहा।
भाजपा के एक अन्य विधायक के. एस. ईश्वरप्पा ने एक सिविल ठेकेदार के आत्महत्या करने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। ठेकेदार ने आरोप लगाया था कि ईश्वरप्पा ने एक सार्वजनिक कार्य को पूरा करने देने के लिए 40 प्रतिशत कमीशन मांगा था।
प्रियांक ने कहा, ‘‘इस सरकार में सरकारी नौकरी पाने के लिए आपको पैसे देने पड़ते हैं। पूर्व में इस सरकार के दो मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं। ’’ भाजपा की प्रदेश इकाई ने भी प्रियांक की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें पहले अपनी पार्टी के अंदर देखना चाहिए।
कांग्रेस नेता रमेश जरकीहोली का हवाला दे रहे थे जिन्हें कथित रूप से ‘नौकरी के बदले सेक्स’ घोटाले में शामिल होने के आरोपों के चलते जल संसाधन मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था। भाजपा के एक अन्य विधायक के एस ईश्वरप्पा को एक सिविल ठेकेदार द्वारा आत्महत्या करने बाद इस्तीफा देना पड़ा था।
ईश्वरप्पा पर आरोप है कि उन्होंने लोक निर्माण के एक कार्य के लिए 40 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक ने कहा, “कर्नाटक की किसी महिला को अगर नौकरी चाहिए तो उसे अपना जिस्म देना होगा और पुरुष को केवल रिश्वत देकर ही नौकरी मिल सकती है।”
प्रियांक ने साल में रोजगार के दो करोड़ अवसर पैदा करने में विफल रहने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी आलोचना की। भाजपा ने इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि खड़गे को पहले यह देखना चाहिए कि उनकी छत में कितने छेद हैं। भाजपा ने ट्वीट किया, “कांग्रेस नेताओं की रंगीन रातों की कहानियां महज अफवाह नहीं हैं। बहुत सारी सीडी उपलब्ध हैं।” भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता गाय की खाल में बाघ हैं।