हम ग्रेनेडबाज या पत्थरबाज नहीं, केंद्र के फैसले को कोर्ट में देंगे चुनौती: फारुक अब्दुल्ला
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: August 7, 2019 08:04 IST2019-08-07T08:04:14+5:302019-08-07T08:04:14+5:30
सदन में कई सांसदों ने फारुक अब्दुल्ला को घर में नजरबंद किए जाने और गिरफ्तार कर जेल में रखे जाने का शक जाहिर किया. इसके जवाब में गृह मंत्री अमित शाह ने दावे के साथ कहा कि न तो वो गिरफ्तार किए गए हैं न हिरासत में हैं. वह अपनी मर्जी से नही आए हैं.

फोटो क्रेडिट: ANI
अनुच्छेद 370 पर केंद्र सरकार के फैसले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला भड़क उठे. उन्होंने इस फैसले को कोर्ट में चुनौती देने की चेतावनी दी है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ''हम पत्थरबाज या ग्रेनेड फेंकने वाले नहीं हैं. हम शांति में विश्वास रखते हैं और शांति से अपनी लड़ाई लड़ेंगे. वे हमारी हत्या करना चाहते हैं.''
अपने आवास पर पत्रकारों के सवालों का जवाद देते हुए अब्दुल्ला ने कहा ''मैं अपनी मर्जी से घर में क्यों रहूंगा जबकि मेरा राज्य जल रहा है. लोगों को जेल में डाला जा रहा है. यह वह भारत नहीं है, जिसमें मैं विश्वास करता हूं.''
अब्दुल्ला ने कहा कि उनका बेटा और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला बहुत पीड़ा में हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए अब्दुल्ला ने कहा, ''मुझे बहुत दुख होता है जब शाह कहते हैं कि फारुक अब्दुल्ला हिरासत में नहीं हैं और वह अपनी मर्जी से अपने घर में हैं. यह सच नहीं है. मुझे अपने घर में कैद कर दिया गया है.''
अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेषाधिकार देने वाले अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए भारत सरकार की ओर से गारंटी थे. उन्होंने कहा, ''हम 70 साल से लड़ाई लड़ रहे हैं और आज हमें दोषी ठहरा दिया गया.''
जम्मू कश्मीर पर केंद्र सरकार के संकल्प पर चर्चा के दौरान लोकसभा में विपक्ष के कई सदस्यों ने राज्य के हालात का विषय उठाया और कहा कि वहां कई नेताओं को नजरबंद किया गया है तथा नेशनल कान्फ्रेंस के नेता फारूख अब्दुल्ला सदन में नहीं आए हैं, वह कहां हैं, पता नहीं। इसके जवाब में गृह मंत्री अमित शाह ने दावे के साथ कहा कि फारुक अब्दुल्ला न तो हिरासत में हैं और न ही उनको गिरफ्तार किया गया है, बल्कि वह अपनी मर्जी से घर में हैं.