"मनोहर पर्रिकर जब गोवा के मुख्यमंत्री थे, उस समय बहुत भ्रष्टाचार हुआ था", भाजपा विधायक के बयान पर मचा बवाल
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 12, 2024 11:21 AM2024-01-12T11:21:10+5:302024-01-12T11:24:50+5:30
गोवा में भारतीय जनता पार्टी के विधायक द्वारा दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने से खासा हंगामा मचा हुआ है।
पणजी: गोवा में भारतीय जनता पार्टी के विधायक द्वारा दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने से खासा हंगामा मचा हुआ है। पणजी से भाजपा विधायक अतानासियो मोनसेरेट उर्फ बाबुश ने कहा है कि दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के प्रशासन में गोवा में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के अनुसार बीजेपी विधायक बाबुश ने मनोहर पर्रिकर पर निशाना साधते हुए दावा किया कि दिवंगत मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान बहुत भ्रष्टाचार हुआ और बहुत करीबी दोस्तों को अवैध तरीके से ठेके दिए गए थे।
विधायक बाबुस ने कहा, "पहली बार भाजपा ने पणजी सीट जीती है। पर्रिकर कहते थे कि उन्होंने पणजी जीत लिया लेकिन मैंने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और भाजपा ने पणजी जीत लिया। पर्रिकर कभी भी भाजपा को नहीं चाहते थे। वह खुद को चाहते थे। उनके लिए पहले वह थे, उसके बाद भाजपा आई।''
भाजपा ने मनोहर पर्रिकर की मृत्यु के बाद हुए साल 2022 के चुनाव में उनके बेटे उत्पल पर्रिकर की दावेदारी को दरकिनार करते हुए पणजी से बाबुश को मैदान में उतारा था। उसके बाद उत्पल पर्रिकर ने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में बाबुश को चुनौती दी लेकिन वो हार गये।
वहीं विधायक बाबुश के बयान से इतर गोवा भाजपा ने विवाद को संभालते हुए तुरंत स्पष्टीकरण जारी किया और कहा कि दिवंगत मनोहर पर्रिकर भाजपा के एक बड़े नेता थे और न केवल गोवा बल्कि देश की राजनीति में उनका बड़ा योगदान था।
गोवा भाजपा के प्रवक्ता गिरिराज पई ने कहा, "मनोहर पर्रिकर का गोवा और देश के लिए योगदान बहुत बड़ा है। आज जब हम लोगों को उनकी आलोचना करते देखते हैं, तो हमें अच्छा नहीं लगता है। देश के प्रति उनके काम और योगदान के कारण उन्हें पद्म भूषण मिला। हमें हमेशा इस तथ्य का सम्मान करना चाहिए कि उन्होंने हमेशा देश की भलाई के लिए काम किया है।"
वहीं गोवा कांग्रेस प्रमुख अमित पाटकर ने इस पूरे विवाद पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के भीतर चल रही "अंदरूनी कलह" अब खुलकर सामने गई है और पार्टी के भीतर "गंभीर विभाजन" है।