तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर की मुलाकात पर क्या कहा, जाने यहां
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 20, 2022 10:44 PM2022-02-20T22:44:43+5:302022-02-20T22:49:37+5:30
नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर के साथ हुई बैठक के बाद उसे व्यक्तिगत मुलाकात बताते हुए किसी भी तरह की राजनीतिक चर्चा से स्पष्ट इनकार किया था। प्रशांत किशोर को साल 2020 में नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड से निष्कासित कर दिया गया था।
पटना:बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के बीच दिल्ली में हुई बैठक के बारे अपनी प्रतिक्रिया दी है
तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रशांत किशोर से मिलना मुख्यमंत्री जी का व्यक्तिगत मामला है लेकिन बेहतर होता कि वो अगर उनसे मिलने की जगह बिहार में उन लोगों के परिजनों से मिलते जिनकी अपराधियों द्वारा हत्या कर दी गई या फिर उनके परिजनों से मिलते जिनके परिजनों का बदमाशों ने अपहरण कर लिया।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में अपराध का ग्राफ काफी तेजी से उपर जा रहा है। रोज होने वाली हत्या, लूट और डकैती से प्रदेश की जनता त्रस्त है। राजधानी पटना में दिन-दहाड़े लूट हो रही है। माफियाओं और अपराधियों के जुल्म से प्रदेश की जनता डरी हुई है। बेहतर होता कि नीतीश जी उन पीड़ित परिवारों से मिलते, जो अपराध के शिकार हुए हैं।
वहीं नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर के साथ हुई बैठक के बाद उसे व्यक्तिगत मुलाकात बताते हुए किसी भी तरह की राजनीतिक चर्चा से स्पष्ट इनकार किया था। प्रशांत किशोर को साल 2020 में नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड से निष्कासित कर दिया गया था।
मुलाकात के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा, "प्रशांत किशोर के साथ मेरा रिश्ता बहुत पुराना है? यह व्यक्तिगत मुलाकात थी, इसके पीछे कोई खास राजनीतिक मतलब नहीं था।"
मालूम हो कि कभी नीतीश कुमार के करीबी रहे प्रशांत किशोर को पार्टी के नीतियों के खिलाफ जाकर टिप्पणी करने के लिए जद (यू) से निष्कासित कर दिया गया था।
प्रशांत किशोर ने बिहार में महागठबंधन के साथ काम किया था जिसने बिहार में 2015 का विधानसभा चुनाव जीता था। महागठबंधन में जद-यू और राष्ट्रीय जनता दल एनडीए के खिलाफ थे। जिसके साथ बाद नीतीश कुमार ने सरकार बना ली थी और राजद से नाता तोड़ लिया था।
वर्तमान समय में प्रशांत किशोर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के राजनीतिक सलाहकार बने हुए हैं। प्रशांत किशोर की कंपनी आईपैक ने पिछले साल बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के साथ काम किया था और बंगाल की सत्ता पर ममता बनर्जी का वर्चस्व बरकरार रखने में मदद की थी।