काम की खबर: ममता बनर्जी सरकार का बड़ा फैसला, आज रात से सस्ते में मिलेगी पेट्रोल, जानिए अब देनी होगी कितनी कीमत
By अमित कुमार | Updated: February 21, 2021 19:19 IST2021-02-21T19:18:10+5:302021-02-21T19:19:20+5:30
पश्चिम बंगाल सरकार ने बड़ा ऐलान करते हुए ईंधन कीमतों को कम करने का फैसला किया है। आज यानी रविवार रात से पेट्रोल राज्य में नई कीमतों पर मिलेगी।

(फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)
पूरे देश में पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार हो रही बढ़ोतरी से आम आदमी परेशान है। इस बीच पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य की जनता को थोड़ी राहत देने का प्रयास किया है। आज आधी रात से पश्चिम बंगाल में पेट्रोल-डीजल पहले की तुलना में सस्ते मिलेंगे। राज्य सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दामों में एक रुपये की कटौती करने का ऐलान किया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, वित्त मंत्री अमित मित्र ने ईंधन कीमतों को लेकर यह जानकारी रविवार को दी है। राज्य की राजधानी कोलकाता में रविवार को पेट्रोल की कीमत 91.78 रुपए थी। जबकि, डीजल 84.56 रुपए प्रति लीटर थी। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती भी पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोल चुकी हैं।
वहीं तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी को सीबीआई द्वारा नोटिस दिए जाने को लेकर पार्टी ने रविवार को केंद्र पर निशाना साधा। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे एवं तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी को नोटिस देकर उनसे कोयला चोरी मामले की जांच में शामिल होने को कहा। इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि वह इस तरह के हथकंडों से नहीं डरेंगे।
West Bengal government decides Re 1 cut in prices of petrol and diesel to be applicable from midnight, says State Finance Minister Amit Mitra
— ANI (@ANI) February 21, 2021
तृणमूल कांग्रेस ने एक बयान में कहा कि इस मामले में राज्य की जनता चुनाव के दौरान भाजपा को उचित जवाब देगी। उन्होंने आरोप लगाया, '' भाजपा के सभी सहयोगियों ने उसे छोड़ दिया है, इसलिए अब केवल सीबीआई एवं ईडी ही निष्ठावान सहयोगी है।'' पार्टी ने दावा किया कि वह इससे भयभीत नहीं होगी और डटकर मुकाबला करेगी। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता एवं सांसद सौगत रॉय ने आरोप लगाया कि सीबीआई का अभिषेक के घर जाना, और कुछ नहीं बस राजनीतिक प्रतिशोध था।