पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कश्मीर मुद्दे पर केंद्र पर हमला बोला है। ममता ने कहा कि केंद्र सरकार कश्मीर घाटी में असहमति के स्वर को दबाने के लिए बल का इस्तेमाल कर रही है।
सभी महत्वपूर्ण संस्थाओं का नेतृत्व सेवानिवृत्त नौकरशाह कर रहे हैं जो सरकार के लिए ‘येस मैन’ की तरह काम कर रहे हैं। केंद्र सरकार अब बंगाल के पीछे पड़ी हुई है क्योंकि हम उसकी विभाजनकारी राजनीति का विरोध कर रहे हैं। बनर्जी ने बुधवार को भाजपा नीत केंद्र सरकार पर कश्मीर घाटी में अंसतोष की आवाज को कुचलने के लिए क्रूर ताकत का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
बनर्जी ने यह भी कहा कि देश के महत्वपूर्ण संस्थानों की अगुवाई सेवानिवृत नौकरशाह कर रहे हैं जो बस सरकार की ‘हां में हां’ मिला रहे हैं। उन्होंने यहां विद्यार्थियों की एक रैली में कहा, ‘‘ कश्मीर में क्या चल रहा है? सरकार घाटी में असंतोष की सभी आवाजों को कुचलने के लिए क्रूर ताकत का इस्तेमाल कर रही है।’’
उन्होंने केंद्र को सरकार के खिलाफ आवाज उठाने पर उन्हें गिरफ्तार करने की चुनौती दी और कहा कि वह ‘‘ भाजपा के सामने नहीं झुकेंगी।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ सभी संस्थानों की कमान सेवानिवृत नौकरशाहों के हाथों में है जिनकी कोई जवाबदेही नहीं है। वे बस सरकार की ‘हां में हां’ मिला रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि देश शासन की राष्ट्रपति प्रणाली की ओर बढ़ता जा रहा है और लोकतंत्र के लिए कोई स्थान नहीं होगा। बनर्जी ने कहा, ‘‘ केंद्र सरकार विपक्षी नेताओं को या तो धमकी दे रही है या पैसे से उन्हें खरीद ले रही है। अब वह बंगाल के पीछे पड़ी है क्योंकि हम उसकी नीतियों और विभाजनकारी राजनीति का विरोध कर रहे हैं।’’
ममता ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र विपक्ष के नेताओं को या तो धमकी देता है या धन से खरीद लेता है। केंद्र सरकार मुझे जेल में बंद कर सकती है लेकिन मैं भाजपा के सामने झुकने वाली नहीं। हम किसी भी एजेंसी ने नहीं डरते हैं, वो एक व्यक्ति को आज और एक को कल बुलाते हैं। अगर मैं जेल जाती हूं तो इसे मैं स्वतंत्रता संघर्ष के रूप में देखूंगी।
ममता बनर्जी ने कहा कि 1 सरकार, 1 नेता, 1 पार्टी को देखते हुए लगता है कि हम प्रेसिडेंशियल चुनाव की तरफ बढ़ रहे हैं। अन्य सभी खंडित हो रहे हैं, जब कर्नाटक की सरकार गिरी तो किसी ने कुछ नहीं कहा। वो कहते हैं कि बंगाल पर भी कब्जा कर लेंगे, मैं देखूंगी यह कैसे होता है।